Maharashtra Day: इस साल सादगी से मनाया जाएगा स्थापना दिवस, जानिए क्या रहा है इस दिन का इतिहास
महाराष्ट्र में आज राज्य स्थापना दिवस मनाया जा रहा है. हालांकि, इस साल राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सांस्कृतिक कार्यक्रमों और परेड का आयोजन नहीं किया जाएगा. बता दें कि 1 मई 1960 को बॉम्बे प्रदेश को दो राज्यों में विभाजित कर महाराष्ट्र और गुजरात का गठन किया गया था.
महाराष्ट्र में आज राज्य स्थापना दिवस मनाया जा रहा है. आज महाराष्ट्र राज्य की स्थापना के 61 साल पूरे हो गए हैं. 1 मई 1960 को बॉम्बे प्रदेश को दो राज्यों में विभाजित किया गया था, जिसके बाद महाराष्ट्र और गुजरात राज्य का गठन किया गया. भाषा के आधार पर बॉम्बे (मुंबई) को महाराष्ट्र की राजधानी बनाया गया. तबसे हर साल 1 मई को महाराष्ट्र स्थापना दिवस मनाया जाता है. इस दिन राज्य में सभी सरकारी और प्राइवेट संस्थान बंद रहते हैं. इसके अलावा, जगह जगह कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है.
इस साल कोरोना वायरस महामारी की वजह से राज्य में किसी भी तरह का उत्सव या परेड देखने को नहीं मिलेगा. हर दिन राज्य में कोरोना वायरस के रिकॉर्ड मामले दर्ज किए जा रहे हैं. ऐसे में राज्य और केंद्र सरकार ने कड़े नियम लागू किए हैं. बता दें कि इस खास मौके पर राज्य के राज्यपाल, राज्य रिजर्व पुलिस, बीएमसी फोर्स, होमगार्ड, मुंबई पुलिस और ट्रैफिक पुलिस परेड का हिस्सा बनते हैं. महाराष्ट्र की संस्कृति और परंपरा को दर्शाना के लिए जगह जगह सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है. हालांकि, इस साल बढ़ते कोरोना के मामले को देखते ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करने पर रोक लगा दी गई है.
जानिए इस दिन क्या होता है खास
इस अवसर पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाती है. इसके अलावा, खिलाड़ियों, कलाकारों, पुलिस अधिकारियों और डॉक्टर्स को उनके बेहतर काम के लिए सम्मानित भी किया जाता है. परंपरा के अनुसार इस दिन मराठी संतों द्वारा रचित कविताओं का पाठ भी किया जाता है. राज्य के इतिहास को लोगों तक पहुंचाने के लिए इस दिन जगह जगह सेमिनार का भी आयोजन किया जाता है.
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