High Court Chief Justice: गुजरात, केरल, उड़ीसा और तेलंगाना हाईकोर्ट में नए चीफ जस्टिस की नियुक्ति की गई है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस के साथ चर्चा के बाद ये फैसला लिया. इसे लेकर नोटिफिकेशन जारी किया गया. इसे लेकर कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने ट्वीट कर जानकारी दी. जिसमें उन्होंने बताया कि हाईकोर्ट के चार जजों को चीफ जस्टिस के तौर पर पदोन्नत किया गया है. 


इन जजों को मिला प्रमोशन
कर्नाटक उच्च न्यायालय के जस्टिस आलोक अराधे को तेलंगाना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया है. इसी तरह, उड़ीसा उच्च न्यायालय के जस्टिस शुभाशीष तलपात्रा को निवर्तमान मुख्य न्यायाधीश के पद छोड़ने के बाद आठ सितंबर से उसी उच्च न्यायालय में मुख्य न्यायाधीश बनाया गया है. 


इनके अलावा इलाहाबाद उच्च न्यायालय की जस्टिस सुनीता अग्रवाल को गुजरात उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया है. गुजरात उच्च न्यायालय के जस्टिस आशीष जे.देसाई को केरल उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया है. ये सभी नियुक्तियां तत्काल प्रभाव से लागू होंगीं. 


देश की अकेली महिला चीफ जस्टिस
जस्टिस सुनीता अग्रवाल के नाम की सिफारिश सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की तरफ से की गई थी, क्योंकि फिलहाल देश के किसी भी हाईकोर्ट में कोई महिला चीफ जस्टिस नहीं है, ऐसे में उन्हें नियुक्त करने की बात कही गई थी. जिसे राष्ट्रपति ने मंजूर कर लिया. अब जस्टिस सुनीता अग्रवाल देश की अकेली महिला चीफ जस्टिस बन गई हैं. 


वकीलों को जज बनाने की सिफारिश 
इससे पहले हाईकोर्ट कॉलेजियम ने तमाम हाईकोर्ट के जजों के तौर पर नियुक्ति के लिए चार वकीलों के नामों की सिफारिश की थी. भारत के चीफ जस्टिस (सीजेआई) डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाले कॉलेजियम ने बंबई हाईकोर्ट के जज के रूप में नियुक्ति के लिए वकील मंजूषा अजय देशपांडे, कर्नाटक हाईकोर्ट के जज के लिए वकील कुरुबरहल्ली वेंकटरामारेड्डी अरविंद और मद्रास हाईकोर्ट के जजों के रूप में नियुक्ति के लिए वकील एन सेंथिल कुमार और जी अरुल मुरुगन के नाम की सिफारिश की.


ये भी पढ़ें -'ये कुर्सी है तुम्हारा जनाजा तो नहीं', मणिपुर की घटना पर कुमार विश्वास CM से बोले- कुछ कर नहीं सकते तो उतर क्यों नहीं जाते