Uttarkashi News: उत्तरकाशी एवलांच हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई. इस हादसे में अब तक 8 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है. वहीं, 34 ट्रेनी और 7 पर्वतारोहण प्रशिक्षकों (Mountaineering Instructors) सहित कुल 41 लोगों के हिमस्खलन की चपेट में आने की खबर है. यहां लगातार बर्फबारी के बीच रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. SDRF के 5 जवान और NIM के तीन ट्रेनी डोकरानी बामक ग्लेशियर भेजे गए हैं.
उत्तराखंड एसडीआरएफ कमांडेंट मणिकांत मिश्रा (Manikant Mishra) ने बताया कि द्रौपदी की डंडा-2 पर्वत चोटी पर लगातार भारी बर्फबारी हो रही है. इसके बावजूद, एनआईएम पर्वतारोहण प्रशिक्षुओं को बचाने के लिए भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों से रेकी की जा रही है. कई हेलिकॉप्टर भी स्टैंडबाय पर रखे गए हैं.
सीएम ने की केंद्रीय रक्षा मंत्री से बात
घटना को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सभी टीमें बचाव में लगी हुई है. भगवान से प्रार्थना है कि सभी लोग सुरक्षित लौट आएं. सीएम धामी ने कहा उन्होंने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात कर “द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी में हिमस्खलन में फंसे एनआईएम उत्तरकाशी के 28 ट्रेनी के रेस्क्यू अभियान में तेजी लाने के लिए सेना की मदद का अनुरोध किया है.
14,000 फीट की ऊंचाई पर हुई घटना
इससे पहले राज्य के डीजीपी अशोक कुमार (Ashok Kumar) ने बताया था कि उत्तरकाशी में पर्वतारोहण संस्थान के 28 ट्रेनी पर्वतारोही (Trainee Climber) पर्वतारोहण के लिए गए थे. घटना 14,000 फीट की ऊंचाई पर हुई. इस हादसे में 8 लोगों को बचा लिया गया, जबकि बाकी लोगों की लोकेशन का अभी पता नहीं चल पाया है. वहीं, नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के प्रिंसिपल अमित बिष्ट ने बताया था कि हिमस्खलन में 10 लोगों की मौत हुई है.
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