Telangana Politics: तेलंगाना में विपक्षी दल बीआरएस के चार विधायकों ने मंगलवार (23 जनवरी) को हैदराबाद में मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी से शिष्टाचार मुलाकात की. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, मंगलवार देर रात जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि विधायक- सुनीता लक्ष्मा रेड्डी, कोठा प्रभाकर रेड्डी, गुडेम महिपाल रेड्डी और माणिकराव ने मुख्यमंत्री से उनके आवास पर मुलाकात की. 


बाद में इन विधायकों ने कहा कि मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से उनकी मुलाकात सिर्फ विकास और प्रशासनिक मुद्दों को लेकर थी. स्थानीय मीडिया के मुताबिक, बीआरएस विधायकों की मुख्यमंत्री से हुई इस मुलाकात ने उनके कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों को तेज कर दिया है.


डेक्कन क्रॉनिकल की रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस के सूत्रों ने कहा कि बीआरएस के कई विधायक सत्तारूढ़ दल में शामिल होने के इच्छुक हैं, लेकिन सीएम रेवंत रेड्डी ने अभी तक अपनी मंजूरी नहीं दी है.


महीने की शुरुआत में रेवंत रेड्डी ने दलबदल के मुद्दे पर दिया था बयान


रिपोर्ट में कहा गया है कि रेवंत रेड्डी ने इस महीने के शुरुआत में मीडिया से बातचीत में कहा था कि वह बीआरएस से दलबदल को प्रोत्साहित करने के लिए पहल कदम नहीं उठाएंगे. उन्होंने यह भी कहा था कि अगर बीआरएस नेतृत्व ने राज्य की कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की तो वह चुप नहीं बैठेंगे.


डेक्कन क्रॉनिकल की रिपोर्ट के मुताबिक, एक वरिष्ठ मंत्री ने बताया कि बीआरएस के सात विधायक उनके संपर्क में थे और कांग्रेस में शामिल होने के लिए रेवंत रेड्डी के साथ बैठक की मांग कर रहे थे. उन्होंने कहा, ''वे एक बैठक कराने के लिए मुझसे कह रहे हैं लेकिन मुझे सीएम से मंजूरी लेनी होगी.'' एक अन्य वरिष्ठ मंत्री ने कहा, ''हम पहले से ही 17 बीआरएस विधायकों के संपर्क में हैं जो कांग्रेस में शामिल होने के लिए तैयार हैं.'' 


सीएम रेवंत रेड्डी से मुलाकात पर महिपाल रेड्डी ये बोले


इस बीच, बीआरएस के पटानचेरु से विधायक महिपाल रेड्डी ने कहा कि सीएम रेवंत रेड्डी के साथ उनकी मुलाकात के  राजनीतिक मायने नहीं निकाले जाने चाहिए. उन्होंने कहा कि इसे उसी तरह देखा जाना चाहिए जैसे रेवंत रेड्डी ने हाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी. महिपाल रेड्डी ने कहा कि लोकसभा चुनाव में मेडक सीट से बीआरएस जीतेगी.


यह भी पढ़ें- 'सामाजिक न्याय...', कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न मिलने पर पीएम मोदी, सीएम नीतीश, तेजस्वी और अखिलेश यादव ने क्या कहा?