J&K: तीन पुलिस वालों की हत्या के बाद 24 घंटे में छह SPO ने नौकरी छोड़ी
चार दिन पहले ही आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन ने एक आॉडियो क्लिप जारी कर एसपीओ को इस्तीफा देने की धमकी दी थी. धमकी में कहा गया था कि सभी एसपीओ अपने इस्तीफे का एलान स्थानीय मस्जिद से जाकर करें. बात ना मानने पर नतीजा भुगतने की चेतावनी दी गई थी.
जम्मू-कश्मीर: जम्मू कश्मीर ने आतंकी पुलिस वालों को नौकरी छोड़ने के लिए डरा-धमका रहे हैं. आतंकियों ने एसपीओ यानी स्पेशल पुलिस ऑफिसर के खिलाफ जंग छेड़ी हुई है. नौकरी छेड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है. जो नौकरी नहीं छोड़ रहे उन्हें अगवा कर मार दिया जा रहा है. आतंकियों ने शोपियां में कल अगवा किए तीन एसपीओ (स्पेशल पुलिस ऑफीसर) की हत्या कर दी. आतंकियों ने सिर्फ एक पुलिस कॉन्सटेबल के भाई को रिहा किया है.
आतंकियों ने जम्मू कश्मीर के 10 पुलिसवालों के घर को निशाना बनाया था और तीन पुलिसवालों को अगवा कर ले गए थे, आज उनके शव बरामद हुए. जिन पुलिसवालों की हत्या हुई है, उनके नाम फिरदौस अहमद, कुलदीप सिंह और निशान अहमद हैं. नौकरी छोड़ने के लिए धमका रहे आतंकी ये बात जगजाहिर है कि आतंकियों का लोकतंत्र में रत्तीभर भरोसा नहीं है. आतंकी जम्मू कश्मीर में पुलिस वालों पर नौकरी छोड़ने का दबाव बना रहे हैं. एसपीओ को नौकरी छोड़ने की धमकियां दी जा रही है. चार दिन पहले ही आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन ने एक आॉडियो क्लिप जारी कर एसपीओ को इस्तीफा देने की धमकी दी थी. धमकी में कहा गया था कि सभी एसपीओ अपने इस्तीफे का एलान स्थानीय मस्जिद से जाकर करें. बात ना मानने पर नतीजा भुगतने की चेतावनी दी गई थी. आतंकी जम्मू कश्मीर पुलिस के जवानों में डर बिठाने के लिए उनकी अगवा कर हत्या कर रहे हैं. आतंकियों का ये गेम प्लान काफी हद तक कामयाब भी रहो हा है. तीन पुलिसवालों की हत्या के बाद पिछले 24 घंटे में अब तक छह पुलिसवालों ने इस्तीफा दे दिया है. जम्मू कश्मीर के SPO तजामुल हुसैन लोन ने वीडियो जारी कर जम्मू कश्मीर पुलिस की नौकरी छोड़ने की पेशकश कर दी है. इसी तरह इरशाद बाबा, रमीज राजा और शबीर अहमद ने भी SPO की पद से इस्तीफा दे दिया है.अपहरण कर हत्या की यह पहली घटना नहीं बता दें इससे पहले भी आतंकी पुलिस वालों और सेना के जवानों को अगवा कर चुके हैं. हाल ही में पुलिस आतंकियों ने दक्षिण कश्मीर में ही पुलिसकर्मियों के नौ परिजनों को अगवा को अगवा कर लिया था. बाद में इन्हें छुड़वा लिया गया था.
बता दें पिछले साल मई महीने में आतंकियों ने सेना के लेफ्टिनेंट उमर फैयाज का अपहरण कर हत्या कर दी थी. 22 साल के लेफ्टिनेंट उमर फैयाज छुट्टी में शादी में शरीक होने अपने घर आए थे. इस साल जून महीने में सेना के जवान औरंगजेब की भी अपहरण कर हत्या कर दी थी. आतंकियों ने औरंगजेब के साथ बदसलूकी का वीडियो भी जारी किया था.