नई दिल्ली: महाराष्ट्र में सरकार बनाने की तमाम उठा पठक के बाद कल राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया. लेकिन, यह पहली बार नहीं है जब बीजेपी के शासन में किसी राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हुआ हो. साल 2014 के बाद से देश के चार राज्यों में राष्ट्रपति शासन लागू किया गया. आखिरी बार जिस राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा था, वह जम्मू-कश्मीर था.


जम्मू-कश्मीर


जम्मू-कश्मीर में पिछले साल जून में बीजेपी ने पीडीपी के नेतृत्व वाली सरकार से समर्थन वापस ले लिया था. तत्कालीन मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के इस्तीफे के बाद यहां राष्ट्रपति शासन लगाया गया था. राष्ट्रपति शासन के दौरान ही राज्य में आर्टिकल 370 को रद्द कर दिया गया और राज्य से विशेष राज्य का दर्जा भी वापस ले लिया गया.


इससे पहले भी साल 2015 में विधानसभा चुनावों में एक खंडित फैसले के बाद सरकार गठन में विफलता के चलते जम्मू-कश्मीर में केंद्रीय शासन राज्य में लागू किया गया था.


अरुणाचल प्रदेश


अरुणाचल प्रदेश साल 2016 में 26 दिनों के राष्ट्रपति शासन का गवाह बना. कांग्रेस के 21 विधायकों ने 11 बीजेपी और दो निर्दलीय विधायकों के साथ हाथ मिलाया, जिससे सरकार अल्पमत में आ गई. हालांकि, मामले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी और कोर्ट ने अपने फैसले में कांग्रेस सरकार को बहाल कर दिया था.


उत्तराखंड


पर्वतीय राज्य उत्तराखंड ने भी साल 2016 में दो बार राष्ट्रपति शासन देखा. पहले 25 दिन और बाद में 19 दिनों के लिए. पहले कांग्रेस में फूट पड़ने के बाद और दूसरी बार मई में एक बार फिर राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हुआ.


महाराष्ट्र


महाराष्ट्र में साल 2014 में 33 दिनों के लिए राष्ट्रपति शासन रहा.था। 2014 में चुनाव होने से ठीक पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने राज्य में 15 साल के कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन के टूटने के बाद इस्तीफा दे दिया, जिसके परिणामस्वरूप राष्ट्रपति शासन लगा.


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