President Emmanuel Macron Announcement: गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर इंडिया आए फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने बड़ी घोषणा की है. शुक्रवार (26 जनवरी) को उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच शैक्षणिक संबंधों को बढ़ावा देने के एक बड़े कदम के रूप में फ्रांस 2030 तक अपने विश्वविद्यालयों में 30,000 भारतीय छात्रों का स्वागत करने का लक्ष्य बना रहा है. सोशल मीडिया मंच एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर किए एक पोस्ट में उन्होंने कहा कि यह प्लानिंग भारत के साथ फ्रांस के संबंधों को मजबूत करने के एक महत्वाकांक्षी प्रयास का हिस्सा है. उन्होंने इंडो पौसिफिक रीजन में भारत को "प्रमुख भागीदार" बताया.
इमैनुएल मैक्रों ने अधिक जानकारी साझा करते हुए बताया, "हम फ्रेंच सीखने के लिए नए केंद्रों के साथ एलायंस फ्रैंचाइज का नेटवर्क विकसित कर रहे हैं. हम इंटरनेशनल क्लासेस बना रहे हैं जो उन छात्रों को हमारे विश्वविद्यालयों में प्रवेश में मददगार होंगी जो जरूरी नहीं कि फ्रेंच बोलते हों."
इंडियन स्टूडेंट्स के लिए आसान होगी वीजा प्रक्रिया
फ्रांस के राष्ट्रपति ने यह भी ऐलान किया कि फ्रांस में पढ़ाई करने वाले भारतीय छात्रों के लिए वीजा प्रक्रिया सुव्यवस्थित की जाएगी जिससे उनके लिए वापस लौटना आसान होगा. यह घोषणा तब हुई है जब 2025 तक 20,000 भारतीय छात्रों को स्टडी के लिए आकर्षित करने का लक्ष्य फ्रांस पहले ही तय कर चुका है. अब इमैनुएल मैक्रो ने 2030 के लक्ष्य की जानकारी दी है.
पहले से इंडियन स्टूडेंट्स के लिए फ्रांस सरकार की है पहल
भारतीय छात्रों के लिए फ्रांस में पढ़ाई को आसान बनाने के लिए फ्रांसीसी सरकार पहले ही कदम उठा चुकी है. 2018 में इसने "कैंपस फ्रांस" नामक कार्यक्रम शुरू किया था जो फ्रांस में पढ़ने के इच्छुक भारतीय छात्रों को जानकारी और सहायता देता है. इसके लॉन्च होने के बाद से फ्रांस में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.