फ्रांस की अंतरिक्ष एजेंसी सीएनईएस ने कहा, इसरो साल 2025 में फ्रांस के साथ देगा शुक्र मिशन को अंजाम
फ्रांस की अंतरिक्ष एजेंसी सीएनईएस ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के शुक्र ग्रह से संबंधित मिशन का खुलासा किया है. एजेंसी का कहना है कि साल 2025 में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन अपने इस प्रोजेक्ट को अंजाम दे सकता है. वहीं इस मिशन में फ्रांस भारत के साथ शामिल होगा.
नई दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) एक बड़े अंतरिक्ष मिशन की ओर अपने कदम बढ़ाने जा रही है. फ्रांस की अंतरिक्ष एजेंसी सीएनईएस का कहना है कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) 2025 में शुक्र ग्रह से संबंधित अपने मिशन को अंजाम देगा और फ्रांस इसमें शामिल होगा.
एजेंसी सीएनईएस ने एक बयान में कहा कि इसरो ने आग्रह प्रस्तावों के बाद मिशन के लिए रूसी अंतरिक्ष एजेंसी ‘रॉस्कॉस्मस’ और फ्रांस के राष्ट्रीय वैज्ञानिक अनुसंधान केंद्र सीएनआरएस से संबंधित फ्रांसीसी अनुसंधान प्रयोगशाला ‘लैटमॉस’ द्वारा संयुक्त रूप से विकसित ‘वाइरल’ (वीनस इन्फ्रारेड एटमस्फेरिक गैसेज लिंकर) उपकरण का चयन किया है.
इसरो अध्यक्ष के. सिवन और सीएनईएस अध्यक्ष जीन यवेस ले गाल ने आपस में बातचीत की और अंतरिक्ष में भारत तथा फ्रांस के बीच सहयोग वाले क्षेत्रों की समीक्षा की. हालांकि इस पूरे प्रकरण में इसरो की तरफ से कोई टिप्पणी नहीं की गई है.
सीएनईएस ने एक बयान में कहा, ‘‘अंतरिक्ष खोज क्षेत्र में फ्रांस शुक्र ग्रह से संबंधित इसरो के मिशन में शामिल होगा जिसका 2025 में प्रक्षेपण निर्धारित है. सीएनईएस फ्रांसीसी योगदान की तैयारी और समन्वय करेगा. यह पहली बार है जब भारत के अन्वेषण मिशन में किसी फ्रांसीसी उपकरण का इस्तेमाल होगा.’’
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