कोरोना वायरस के नाम पर पीएम मोदी के फर्जी फेसबुक अकाउंट्स बनाकर हुई धोखाधड़ी की कोशिश, मामला दर्ज
कोरोना वायरस के नाम पर पीएम मोदी के फर्जी फेसबुक अकाउंट्स बनाकर हुई धोखाधड़ी की कोशिश की गई.इसको लेकर पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
नई दिल्ली: कोरोना महामारी के नाम पर प्रधानमंत्री के नाम से फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर धोखाधड़ी करने के मामले में दिल्ली पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. अब तक की जांच के दौरान मामले के आरोपियों के तार झारखंड और पश्चिम बंगाल से जुड़े बताए गए हैं. इसके पहले भी प्रधानमंत्री के नाम से एक फर्जी बैंक अकाउंट खोला गया था पुलिस इस मामले में अब तक आधा दर्जन से ज्यादा मिलते-जुलते नामों वाले अकाउंट सील करा चुकी है.
एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को कोरोना महामारी से बचाने के में लगे हुए और दूसरी तरफ उनके नाम का फायदा उठाकर धोखेबाज अपना हित साधने में लगे हुए हैं. धोखेबाजों को केवल अपनी ही चांदी की फिक्र है. ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर फेसबुक अकाउंट बनाया गया है.
इस फेसबुक अकाउंट को जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर भी लगी है और कोरोना महामारी के बारे में भी बाकायदा संदेश लिखे हुए हैं यानी के प्रथम दृष्टि में देखने से ऐसा प्रतीत होता है कि प्रधानमंत्री ने कोरोना महामारी के नाम पर प्रधानमंत्री रिलीफ फंड के नाम से एक फेसबुक अकाउंट खोला है. मदद के लिए आंध्रा बैंक का एक अकाउंट नंबर भी दिया गया है.
एकाउंट नंबर - 281110100043288 है. लोगों का शक ना पैदा हो इसके लिए आईएफएससी कोड भी दिया गया. ये कोड ANDB 0001092 है. दिल्ली पुलिस की साइबर सेल को भी जब इस खाते का पता चला तो सबसे पहले इस बारे में पीएमओ से जांच की गई कि क्या ऐसा कोई फेसबुक अकाउंट खोला गया है लेकिन यह पता चलने पर कि ऐसा कोई फेसबुक अकाउंट नहीं खोला गया है तो दिल्ली पुलिस की साइबर सेल विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी.
प्रधानमंत्री के नाम से हुए इस घोटाले मामले में अब तक की जांच के दौरान दिल्ली पुलिस को आरोपियों के तार झारखंड और पश्चिम बंगाल से जुड़े मिले हैं पुलिस ने घोटाले से जुड़े कुछ अहम लोगों की पहचान भी कर ली है और जल्द ही इस मामले में गिरफ्तारियों का सिलसिला शुरू हो जाएगा.
पुलिस के एक आला अधिकारी के मुताबिक इस मामले में यह जांच की जा रही है कि आंध्रा बैंक के इस खाते में कितना पैसा जमा हुआ था और इसी तरह के खाते किन-किन जगहों पर खोले गए अधिकारी के मुताबिक इस घोटाले से जुुड़ी रहस्य के परसों की तार खुली शुरू हो गई है और जल्द ही कानून के लंबे हाथ आरोपी गिरेबान तक पहुंच जाएंगे. इसके पहले भी यूपीआई आईडी के नाम से फर्जी पीएम फंड खोलकर धोखाधड़ी करने की कोशिश की गई थी.
प्रधानमंत्री रिलीफ फंड या पीएम केयर फंड के नाम से मिलते जुलते 8 खातों को पुलिस अभी तक बंद करा चुकी है लोग यह भूल जा रहे हैं कि प्रधानमंत्री ने यह फंड लोगों को इस महामारी से बचाने के लिए खोला है जबकि धोखेबाज लोग इस की आड़ में अभी भी ठगी करने से नहीं चूक रहे.
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