दिल्ली पुलिस ने दिल्ली से नेपाली युवक के अपहरण की गुत्थी को सुलझाते हुए उत्तराखंड नेपाल बॉर्डर से 5 अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों के नाम अभिषेक गाहा, तुलसी राम गिरी, सरोज भंडारी, अशोक खापा और रुद्र बहादुर है. इन सभी ने दिल्ली के सागर पुर थाना इलाके के दुर्गा विहार से शनिवार को एक नेपाली युवक हरिशरण का अपहरण कर लिया था और उसे उत्तराखंड के रास्ते नेपाल ले गए. पुलिस ने अपहरण की शिकायत मिलने के बाद करीब 800 किलोमीटर तक इनका पीछा किया और फिर नेपाल बॉर्डर से इन्हें गिरफ्तार कर लिया.
पीड़ित ने आरोपियों के साथ की थी लाखो की ठगी
दिल्ली पुलिस के मुताबिक पीड़ित हरिशरण लोगों को विदेश भेजने का काम करता था. पीड़ित हरिशरण ने सभी आरोपियों से उन्हें फ्रांस भेजने के नाम पर 47 क्लॉक रुपए ठग लिए थे. ये ठगी हरिशरण ने नेपाल में बैठकर की थी. ठगी के बाद करीब 1 महीने पहले हरिशरण भारत आ गया और कभी मुंबई तो कभी दिल्ली से बैठकर अपना काम करने लगा. ठगी के शिकार लोगो को हरिशरण के दिल्ली में छुपे होने की जानकारी मिली तो ये सभी दुर्गा विहार गाड़ी में पहुंचे और मारपीट कर हरिशरण को जबरदस्ती अपनी गाड़ी में बैठा कर ले गए. हरिचरण के दोस्तों ने वारदात के बाद दिल्ली पुलिस को इसकी सूचना दी.
टेक्निकल सर्विलांस से मिली पुलिस को आरोपियों की लोकेशन
दिल्ली से अपहरण होने की सूचना मिलने पर पुलिस के हाथ पैर फूल गए. पुलिस ने तुरंत हरिशरण के मोबाइल को टेक्निकल सर्विलांस पर डाल. जिसकी लोकेशन पहाड़गंज के एक होटल की मिली. पुलिस ने जब पहाड़गंज के होटल पर छापा मारा तब तक सभी आरोपी हरिशरण को लेकर निकल चुके थे. पूछताछ में पुलिस को पता चला कि सभी आरोपी होटल की एक क्रेटा गाड़ी को हायर कर नेपाल की तरफ गए हैं. जिसके बाद पुलिस ने क्रेटा गाड़ी के ड्राइवर के मोबाइल को सुरवेलांस पर डाला और करीब 12 घंटे तक इनका पीछा कर नेपाल बॉर्डर से इन्हें गिरफ्तार कर हरिशरण को सकुशल छुड़ा लिया.
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