मुंबईः कोरोना के प्रभाव को देखते हुए लॉकडाउन को चौथी बार बढ़ाना पड़ा. लेकिन साथ ही साथ इस लॉकडाउन का असर अर्थव्यवस्था पर भी पड़ रहा है. जिसके लिए सरकार ने कुछ व्यवसाय शुरू करने के लिए लॉकडाउन मे थोड़ी ढ़िलाई देने की सोची इसके तहत शराब की बिक्री भी आती है.
शराब की बिक्री से सरकार को बड़े पैमाने पर राजस्व मिलता है. यही वजह है कि शराब की दुकानों को शुरू करने का निर्णय सरकार को लेना पड़ा लेकीन शराब की दुकानें खुलते ही दो दिन के अंदर सरकार को अपना ये निर्णय वापस लेना पड़ा. वजह थी, शराब की दुकानों के बाहर लग रही भीड़.
शराब की दुकान खुलते ही दुकान के बाहर लोगों का हुजूम लग गया जिसकी वजह से कोरोना का संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ने की गुंजाइश पैदा हो गई. इसलिए सरकार ने तुरंत प्रभाव से शराब की दुकाने बंद करने का फैसला लिया.
लेकिन राजस्व की भी जरूरत थी इसलिए ऑनलाइन शराब के बिक्री शुरू करने का निर्णय सरकार ने लिया लेकिन ऑनलाइन शराब की बिक्री पर ठगों की नजर पड़ गई और उन्होंने लोगों को ठगने की तरकीब भी खोज निकाली.
कैसे करते है फ्रॉड ?
अमुमन ऑनलाइन बिक्री के लिए कोई इंटरनेट पर देखता है तो किसी खास दुकान के नाम से नही देखता, रेंडम सर्च करता है और जो नंबर सामने आते हैं उस पर कॉल करता है. कॉल करने के बाद उनसे ऑनलाइन पेमेंट के लिए कहा जाता है और पेमेंट मिलते ही वो नंबर बंद कर दिया जाता है और शराब की डिलीवरी नहीं दी जाती.
मुंबई साइबर सेल ने ऐसे 73 नंबरों की सूची जारी कर के लोगों से अपील की है की इन नंबरों पर कॉल न करें और अगर वो ऑनलाइन शराब मंगा रहे हैं तो कैश ऑन डिलीवरी का ऑप्शन सिलेक्ट करे ताकि इन ठगों पर नकेल कसी जा सके.