US Women Kidnaped: भारत घूमने आई अमेरिकी युवती (US Women) के अपहृत होने की सूचना मिलने के बाद नई दिल्ली जिला पुलिस (Delhi Police) में हड़कंप मच गया. पुलिस ने तमाम प्रयासों के बाद महज 24 घंटे में युवती को ढूंढ निकाला, लेकिन जब असलियत सामने आई तो पुलिस भी हैरान रह गयी. दिल्ली पुलिस का दावा है कि असल में युवती का अपहरण नहीं हुआ था, उसने अपने एक नाइजीरियाई दोस्त के साथ मिलकर अपहरण का नाटक रचा था. नई दिल्ली जिला की डीसीपी अमृता गुगुलोथ ने बताया कि 27 वर्षीय अमेरिकी नागरिक कोले रेनी 3 मई को अमेरिका से आईजीआई एयरपोर्ट पर उतरी थी. वह 2 माह तक देश के अलग अलग हिस्सों में घूमती रहीं, लेकिन 9 जुलाई को कोले रेनी ने अमेरिकी नागरिक सेवा (अमेरिकन सिटिजन सर्विस) को ईमेल किया. इसमें कोले ने बताया कि भारत में उसका शारीरिक एवं भावनात्मक तौर पर उत्पीड़न किया जा रहा है. हालांकि उसने मेल में इससे अधिक जानकारी साझा नहीं की और न ही जगह के बारे में बताया. 


इस दौरान ही कोले ने 10 जुलाई को अमेरिका में रहने वाले माता-पिता से व्हाट्सएप कॉल पर सम्पर्क किया. उसने मां को व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल में शरीर पर चोट के निशान दिखाए. अमेरिकी युवती ने अपनी मां को बताया कि कुछ लोग उसकी पिटाई भी करते हैं. हालांकि उसने ये नहीं बताया कि उसे कहां रखा गया है. कॉल के दौरान युवती के कमरे में कुछ लोग आ गये तो कोले ने फोन काट दिया. फिर परिवार से उसका कोई सम्पर्क नहीं हो सका. जब चार - पांच दिन बीत गये तो युवती की मां ने अमेरिकी सिटिजन सर्विस से सम्पर्क कर पूरी जानकारी दी. फिर इसकी जानकारी नई दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास को दी गई. अमेरिकी दूतावास ने अमेरिकी युवती की गुमशुदगी की शिकायत चाणक्यपुरी थाने में दी. जिस पर अपहरण की धारा के तहत एफआईआर दर्ज उसकी तलाश शुरू की गई.


ऐसे ढूंढा अमेरिकी युवती को


डीसीपी अमृता गुगुलोथ ने बताया कि चाणक्यपुरी थाने में मामला दर्ज कर कई टीमें बनाकर युवती की तलाश शुरू कर दी गई. सबसे पहले पुलिस ने याहू डॉट कॉम से ईमेल करने वाले सिस्टम का आईपी एड्रेस मांगा. इसके अलावा जिस मोबाइल से कोले रेनी ने अपनी मां को कॉल किया था, उसका भी पता करने का प्रयास किया गया. इसके अलावा भारत आने पर कोले रेनी ने जो इमीग्रेशन फॉर्म भरा था, उससे भी जानकारी जुटाने का प्रयास किया गया. इमीग्रेशन फॉर्म से पता चला कि उसने ग्रेटर नोएडा में एक पांच सितारा होटल में रुकने की जानकारी दी थी, लेकिन टीम ने जब होटल में जाकर पूछताछ की तो पता चला कि वह वहां पहुंची ही नहीं. पुलिस ने टेक्निकल सर्विलांस की जांच की तो कोले रेनी के एक दोस्त का नंबर मिला. उसके आधार पर पुलिस गुरुग्राम पहुंची. वहां से नाइजीरियाई नागरिक रिची को हिरासत में ले लिया गया. उसकी निशानदेही पर कोले रेनी को ग्रेटर नोएडा के एक मकान से बरामद कर लिया गया.


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वीज़ा खत्म होने पर गढ़ी झूठी कहानी 


डीसीपी अमृता गुगुलोथ ने बताया कि पूछताछ के दौरान कोले रेनी ने बताया कि उसने झूठी कहानी रचकर परिवार को ब्लैकमेल करने का प्रयास किया था. दरअसल भारत आने के बाद 6 जून 2022 को उसका वीजा समाप्त हो गया था. इसके अलावा उसके दोस्त रिची के पासपोर्ट वीजा की अव‌धि पहले ही समाप्त हो चुकी थी. इन सब वजहों के चलते उसने ये कहानी रची. कोले रेनी ने अमेरिकी विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन किया हुआ है. वह अपनी मां के साथ वाशींगटन डीसी में रहती है. उसके पिता पूर्व सेना अधिकारी हैं. उसे गाने का शौक है. नाइजीरियाई युवक रिची को भी गाने का शौक है. दोनों की दोस्ती फेसबुक से हुई थी. दोनों ने साथ मिलकर गाने का प्लान बनाया था. पुलिस दोनों से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है.


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