पेरिस: आज फ्रांसीसी राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों अपनी पत्नी के साथ भारत पहुंचेंगे. उनकी यात्रा को लेकर देश में तैयारियां जोरों पर है. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बाद भारत आ रहे एमैनुअल मैक्रों ट्रूडो जैसी किसी गलती या चूक से बचना चाहेंगे. ट्रूडो ने अपने हालिया भारत दौरे के वक्त मुंबई में आयोजित डिनर में खालिस्तान समर्थक जसपाल अटवाल को बतौर मेहमान आमंत्रित किया था. जिसके बाद उनकी काफी आलोचना हुई और भारत सरकार ने इस पर आपत्ति जाहिर की थी.

समान राजनीतिक विचार, युवावस्था और छवि को लेकर इन दोनों नेताओं की तुलना की जाती है. लेकिन फ्रांसीसी राष्ट्रपति ट्रूडो की यात्रा जैसे विवाद से बचने के लिए भारत में अपनी अलग छवि पेश करना चाहेंगे. ट्रूडो को लेकर भारत में पहले में काफी संदेह जताया जा रहा था. इसकी वजह है कि कनाडा सिख अलगाववादियों को लेकर काफी नरम रुख अपनाता रहा है.

हालांकि माना जा रहा है कि मैक्रों का स्वागत पीएम मोदी गर्मजोशी से करेंगे. पिछले साल पेरिस में दोनों की काफी अच्छी मुलाकात हुई थी. फ्रांस का कहना है कि मैक्रों इस यात्रा में भारतीय प्रधानमंत्री के साथ एक लम्बा समय बिताएंगे. दोनों के बीच काफी गर्मजोशी वाले संबंध बन गए हैं.

शनिवार को मैक्रों मोदी बैठक होगी. रविवार को मैक्रॉन सौर बिजली शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे. उनके साथ उनकी पत्नी ब्रिगेट भी आ रही हैं. सोमवार को मैक्रॉन वाराणसी जाएंगे. उसके बाद वे मिर्जापुर भी जाएंगे. पीएम मोदी के साथ आर्थिक, राजनीतिक, रणनीतिक और न्यूक्लियर पावर जैसे मुद्दों पर बातचीत होने की संभावना है.