कश्मीर घाटी में एक बार फिर बर्फबारी ने जनजीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है. बर्फबारी की वजह से घाटी का संपर्क अन्य जगहों से कट गया है. इसका असर न सिर्फ हवाई मार्ग पर पड़ा है बल्कि सड़क पर भी देखा गया. गुरुवार को पांच दिन बाद शुरू हुई हवाई सेवा को आज फिर से बंद करना पड़ा. सड़क पर बर्फ के आ जाने से जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर परिचालन को भी रोक दिया गया है. आज सुबह से ही कश्मीर घाटी में बर्फ गिरने का सिलसिला जारी है और विभिन इलाकों में चार इंच से लेकर एक फीट तक बर्फ जम गई.


ताजा बर्फबारी से कश्मीर घाटी में जनजीवन अस्त व्यस्त


श्रीनगर में करीब चार इंच बर्फ जमने के कारण सड़कों पर फिसलन बढ़ गई जिससे यातायात पूरी तरह ठप हो गया. दक्षिण कश्मीर में कुलगाम, अनंतनाग, पुलवामा और शोपियां के विभिन्न इलाकों में एक फीट तक बर्फ गिरने से आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ. सबसे बुरा हाल दूरदराज के क्षेत्रों का है जहां पहले से ही बर्फ के कारण अन्य जगहों से संपर्क कटा हुआ है. ताजा बर्फबारी की वजह से जवाहर टनल के पास भारी फिसलन की स्थिति पैदा हो गई. सड़क पर फंसे वाहनों को निकालने का काम भी रोक दिया गया है. इस राजमार्ग पर 3 जनवरी से पांच हजार से जायदा ट्रक फंसे हुए हैं. उसमें घाटी के लिए खाने पीने का सामान, पेट्रोल, डीजल और गैस के टैंकर शामिल हैं.


रोकी गई हवाई सेवाएं और बंद हुआ जम्मू-श्रीनगर हाईवे 


कल देर शाम ही सड़क को वाहनों के लिए खोला गया था लेकिन आज सुबह से हो रही बर्फबारी की वजह से सड़क को फिर बंद करना पड़ा. श्रीनगर अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़नेवाली सभी फ्लाइट रद्द कर दी गई हैं. उसमें 28 नियमित और 14 अतरिक्त फ्लाइट शामिल हैं. विमान सेवा बंद होने से सैंकड़ों की संख्या में पर्यटक और सेना के जवान फंसे हुए हैं. हालांकि, कश्मीर घूमने आए पर्यटकों के लिए यह मौसम खुशियों की सौगात लेकर आया है. खास तोर पर ऐसे पर्यटकों के लिए जो कश्मीर सिर्फ बर्फबारी का नजारा देखने के लिए आते हैं. पर्यटन विभाग के अनुसार पिछले दो दिनों में पांच हजार से जायदा पर्यटक कश्मीर पहुंचे हैं.


विभाग ने आज शाम तक मौसम में सुधार का अनुमान लगाया है और रविवार के बाद मौसम के खुश्क रहने की भविष्यवाणी की है. मौसम विभाग का कहना है कि 20 जनवरी तक फिलहाल कोई भी वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के ना होने के चलते कश्मीर में बर्फबारी नहीं होने का अनुमान है. श्रीनगर स्थित मौसम विभाग ने चेतावनी जारी कर आने वाले दिनों में मौसम में सुधार के साथ ठंड बढ़ने की आशंका जताई है. उसकी वजह से कश्मीर घाटी और लदाख में एक बार फिर से शीत लहर का अनुमान है. उसका असर उत्तर भारत में भी ठंड और कोहरे की शक्ल में देखने को मिल सकता है.


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