नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों विदेशी दौरे पर हैं. विदेशी धरती से भी राहुल गांधी केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और आरएसएस पर हमला बोलने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं. राहुल गांधी ने नोटबंदी से लेकर जीएसटी और पाकिस्तान से लेकर चीन जैसे सभी बड़े मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार को घेरा है. राहुल के एक के बाद एक बयानों से बीजेपी तिलमिला गई है. बीजेपी ने भी राहुल के सभी आरोपों पर पलटवार करते हुए उनपर देश की छवि खराब करने का आरोप लगाया है.


जानें विदेशी धरती पर दिए गए राहुल के 5 बड़े बयान

  1. मोदी सरकार में दलित-अल्पसंख्यकों पर हमले


जर्मनी में सवालों का जवाब देते वक्त राहुल गांधी ने कहा, ‘’साल 2014 में आई मोदी सरकार को छोड़कर सभी सरकारों ने दलित, आदिवासी, अल्पसंख्यक को मदद की नीति अपनाई. लेकिन आज की सरकार की तरफ से इस विचार पर हमला किया जा रहा है. उन्हें लगता है दलित, आदिवासी, अल्पसंख्यक, किसान आदि को अधिकार ना मिले. हाल में ही सरकार की तरफ से एससी-एसटी कानून को खत्म कर दिया गया. लिंचिंग, दलित, अल्पसंख्यक पर हमलों की खबर जब आप पढ़ते हैं तो उसकी वजह यही है.

  1. महिलाओं के खिलाफ बढ़ रही है हिंसा


राहुल गांधी ने कहा, ‘’देश में महिलाओं के लिए काफी कदम उठाने की जरूरत है. हिंसा बढ़ रही है जिसका खामियाजा महिलाओं को उठाना पड़ रहा है. सब कुछ इस पर निर्भर करता है कि पुरुष महिलाओं को कैसे देखते हैं? मैं राजनीतिक दलों में संसद में महिलाओं की संख्या नहीं देखता. लेकिन हम कांग्रेस में परिवर्तन ला रहे हैं.

जिस ‘मुस्लिम ब्रदरहुड’ से राहुल ने RSS की तुलना की है, जानें क्या है वो?

उन्नाव के चर्चित गैंगरेप मामले में एक गवाह की संदिग्ध परिस्थिति में मौत होने के बाद राहुल ने जर्मनी से ट्वीट किया, ‘’उन्नाव रेप केस के मुख्य गवाह की संदिग्ध मौत और बिना पोस्टमार्टम किए लाश को दफनाने में षड्यंत्र की संभावना है. जिसमें बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर शामिल है. क्या यही आपका बेटियों को न्याय देने का तरीका है, मिस्टर 56?''

  1. मोदी सरकार में रोजगारी बड़ी समस्या


राहुल गांधी ने कहा,‘’रोजगार देने में आई गिरावट से टकराव पैदा हो रहा है. विकास की बात होती है लेकिन रोजगार नहीं है. भारत में रोजगार की समस्या है लेकिन प्रधानमंत्री उसे स्वीकार नहीं करते. साल 2004 में जो शुरू हुआ वो 2014 में पूरी तरह रुक गया. छोटे और मध्यम व्यापार सबसे ज्यादा रोजगार देते हैं. नोटबन्दी से छोटे व्यापारियों को नुकसान हुआ और लाखों लोग बेरोजगार हो गए. चीन रोज 50 हजार रोजगार देता है जबकि भारत केवल 450. इसी तरह जीएसटी को गलत तरीके से लागू किया गया. इससे काफी व्यापार प्रभावित हुआ. भारत में भीड़ द्वारा लोगों की पीट-पीटकर हत्या (मॉब लिंचिंग) किये जाने की घटनाएं बेरोजगारी और सत्तारूढ़ बीजेपी द्वारा नोटबंदी और जीएसटी को ‘खराब तरीके से लागू’ किये जाने से छोटे कारोबारों के ‘चौपट’ हो जाने की वजह से उपजे ‘गुस्से’ के कारण हो रही हैं.

  1. देश में पैदा हो सकते हैं ISIS जैसे हालात


राहुल गांधी ने आतंकी संगठन आईएसआईएस (ISIS) के बनने का जिक्र करते हुए आगाह किया कि अगर विकास की प्रक्रिया से लोगों को बाहर रखा गया तो इसी तरह के हालात देश में पैदा हो सकते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘लोगों को बाहर रखना 21वीं सदी में बेहद खतरनाक है. अगर 21वीं सदी में आप लोगों को नजरिया नहीं देते हैं तो कोई और देगा.’’

  1. RSS की सोच मुस्लिम ब्रदरहुड जैसी


लंदन में राहुल गांधी ने आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा है कि आरएसएस भारत की संस्थाओं पर कब्जा करना चाहता है. उन्होंने कहा, ‘’ ‘’आरएसएस भारत की प्रकृति को बदलने की कोशिश कर रहा है. अन्य पार्टियों ने भारत की संस्थाओं पर कब्जा करने के लिए कभी हमला नहीं किया. आरएसएस की सोच अरब देशों की मुस्लिम ब्रदरहुड जैसी है.’’

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘’बीजेपी और आरएसएस हमारे अपने लोगों को बांट रहे हैं. वे हमारे देश में नफरत पैदा कर रहे हैं. हमारा काम लोगों को साथ लाना और देश को आगे की ओर ले जाना है. हमने दिखाया है कि यह कैसे किया जा सकता है.’’

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