राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सेंट्रल विस्टा एवेन्यू क्षेत्र में आने वाले राजपथ का नाम बदल कर कर्तव्यपथ रखने का नई दिल्ली म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन की एक बैठक में पास कर दिया गया है. पीएम नरेंद्र मोदी, आज यानी 9 सितंबर की शाम को कर्तव्य पथ का नामकरण और उद्घाटन करेंगे.


इसके अलावा इंडिया गेट के किंग जॉर्ज पंचम वाली जगह पर अब नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा लगा दी गई है. आज शाम पीएम मोदी दिल्ली के इंडिया गेट (India Gate) पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 28 फुट ऊंची प्रतिमा को राष्ट्र को समर्पित करेंगे.


पीएम मोदी ने इस साल 23 जनवरी को इंडिया गेट पर नेताजी बोस के होलेग्राम स्टेच्यू का अनावरण किया था लेकिन अब उसकी जगह स्थाई प्रतिमा लगाई जाएगी. 




बता दें कि इसी साल 15 अगस्त को पीएम ने 'पंच प्रण' लिया था. जिसमें दूसरा प्रण था देश को गुलामी की हर सोच से मुक्त कराना, वैसे देखा जाए तो मोदी सरकार के पिछले 8 साल का कार्यकाल कुछ ऐसा ही रहा है. इस सरकार की जहां-जहां नजर पड़ी, उन्होंने वहां- वहां से गुलामी के निशान मिटा दिए. 


इसी क्रम में 2022 के सितंबर महीने की शुरुआत में भारतीय नौसेना को नई पहचान भी मिली. दरअसल अब तक नौसेना के झंडे में किंग जॉर्ज का क्रॉस रहता था. लेकिन अब ये अतीत बनकर रह गया. अब नौसेना के नए ध्वज में छत्रपति शिवाजी महाराज की मोहर लगाई गई. इसके अलावा पीएम आवास के रेस कोर्स रोड का नाम बदलकर कल्याण मार्ग कर दिया गया.


साल 2015 में औरंगजेब रोड का नाम बदलकर एपीजे अब्दुल कलाम रोड कर दिया गया. 2017 में डलहौजी रोड का नाम बदलकर दारा शिकोह रोड कर दिया गया था. साथ ही तीन मूर्ति चौक का नाम बदल कर 2018 में तीन मूर्ति हैफा चौक कर दिया गया. हालांकि, अकबर रोड का नाम बदलने के लिए कईं प्रस्ताव आए हैं, लेकिन अभी तक कुछ नहीं किया गया है.




2014 से अब तक 1500 से ज्यादा कानून खत्म


मई, 2022 में  पीएम नरेंद्र मोदी जर्मनी के दौरे पर थे इस दौरान अपने एक संबोधन में उन्होंने कहा कि भारत के आजाद होने के बाद देश में कई कानून अंग्रेजों के बनाए गए थे जिसे बीजेपी कार्यकाल में खत्म किया गया. साल 2014 से 2016 के बीच 1175 पुराने कानूनों को हटाया गया. 2014 से अब तक 1500 से ज्यादा कानून खत्म किए जा चुके हैं. सरकार के मुताबिक ऐसी 25 हजार शर्तों को भी खत्म कर दिया गया है जो आजादी के पहले से ही चली आ रही थीं.


इसके अलावा जहां-जहां BJP की सरकार है उस राज्य में कई शहरों, कई संस्थानों और स्टेशनों और बंदरगाहों के नाम भी बदल दिए गए हैं. खास बात ये है कि जिन योजनाओं के नाम बदले गए उनका नया नामकरण जनसंघ के संस्थापक और बीजेपी की विचारधारा के सूत्रधार दीन दयाल उपाध्याय के नाम पर रखे गए हैं. 


सिर्फ योजनाएं ही नहीं इन 8 सालों में शिक्षण संस्थान और रेलवे-स्टेशन जैसे कई जगहों के नाम बदले गए और दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर रखे गए हैं. उदाहरण के तौर पर दीनदयाल अंत्योदय योजना, दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य और योजना दीनदयाल उपाध्याय श्रमेव जयते कार्यक्रम समेत कई केंद्रीय योजनाएं चल रही हैं. इसके अलावा राज्यों में भी दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर कई योजनाएं हैं. 




इन जगहों के बदले गए नाम 


इसके अलावा पीएम मोदी के कार्यकाल में कई जगहों के नाम भी बदले गए. साल 2018 में, उत्तरप्रदेश के मुगलसराय जंक्शन का नाम बदलकर दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन कर दिया,  हरियाणा के गुड़गांव को गुरुग्राम कर दिया गया. इसके अलावा यूपी के फैजाबाद को अयोध्या और इलाहाबाद को प्रयागराज का नाम दे दिया गया.


साल 2015 में औरंगजेब रोड का नाम बदलकर एपीजे अब्दुल कलाम रोड कर दिया गया. पीएम आवास के रेस कोर्स रोड का नाम बदलकर कल्याण मार्ग कर दिया गया. इसके अलावा साल 2017 में, गुजरात के कांडला पोर्ट का नाम भी दीनदयाल पोर्ट रखा गया.


उसी साल डलहौजी रोड का नाम बदलकर दारा शिकोह रोड कर दिया गया. 2018 में तीन मूर्ति चौक का नाम बदलकर तीन मूर्ति हाइफा चौक कर दिया गया. अकबर रोड का नाम बदलने के लिए कई प्रस्ताव आए हैं, लेकिन अभी तक इस संबंध में कोई निर्णय नहीं किया गया है.