National Herald Case: नेशनल हेराल्ड न्यूजपेपर (National Herald Newspaper) से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundring) मामले में आज कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से प्रवर्तन निदेशालय  (ED) हेडक्वार्टर में पूछताछ की जा रही है. देश के कई हिस्सों में कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता ईडी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे है. मुंबई में भी महाराष्ट्र और मुंबई कांग्रेस के बड़े नेता समर्थकों के साथ मिलकर ईडी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. मुंबई कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष चरण सिंह सपरा ने आरोप लगाया है कि BJP राजनीतिक बदले की भावना से सोनिया गांधी और पार्टी सांसद राहुल गांधी के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रहे रही है.


नेशनल हेराल्ड न्यूज़पेपर का इतिहास


साल 1938 में नेशनल हेराल्ड जवाहरलाल नेहरू और अन्य स्वतंत्रता सेनानी के द्वारा शुरू किया गया अखबार था. आजादी के बाद नेशनल हेराल्ड कांग्रेस पार्टी का मुखपत्र बन गया. साल 2008 में कुल 90 करोड़ रुपए के कर्ज के साथ नेशनल हेराल्ड को बंद करना पड़ा.


एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड क्या है?


एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) जवाहरलाल नेहरू के द्वारा शुरू की गई कंपनी थी. साल 1937 में नेहरू ने अपने शेयर धारकों के रूप में 5,000 अन्य स्वतंत्रता सेनानियो के साथ AJL की शुरुआत की थी. एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) द्वारा इसे प्रकाशित किया जाता था. 


एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड और यंग इंडिया लिमिटेड को लेकर क्या विवाद है?


यंग इंडिया लिमिटेड (YIL) कंपनी की स्थापना साल 2010 में की गई थी।जिस वक्त YIL की स्थापना की गई थी उस वक्त कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (तत्कालीन कांग्रेस पार्टी के महासचिव ) निदेशक के पद पर नियुक्त किए गए. राहुल गांधी और सोनिया गांधी के पास  यंग इंडिया लिमिटेड कंपनी (YIL) के कुल 76 परसेंट शेयर है. बाकी 24 फीसदी मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नांडिस के पास थी. साल 2010 में कंपनी (AJL)  के 1,057 शेयर धारक बचे हुए थे. कंपनी को घाटा हुआ. साल 2011 में कंपनी की होल्डिंग को यंग इंडिया लिमिटेड (YIL) को हस्तांतरित कर दिया गया.


नेशनल हेराल्ड केस में सुब्रमण्यम स्वामी का क्या रोल है?


साल 2012 मे बीजेपी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने एक निचली अदालत के समक्ष एक शिकायत दर्ज की जिसमें आरोप लगाया गया कि यंग इंडियन लिमिटेड (YIL) द्वारा एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड के अधिग्रहण में कुछ कांग्रेस नेता धोखाधड़ी और विश्वासघात में शामिल थे. उन्होंने आरोप लगाया कि YIL ने नेशनल हेराल्ड की संपत्ति को 'दुर्भावनापूर्ण' तरीके से 'कब्जा' कर लिया था। इस पूरे मामले में सुब्रमण्यम स्वामी ने सोनिया और राहुल गांधी समेत कुल 5 लोगो को नामजद किया था.


नेशनल हेराल्ड मामला क्या है?


सुब्रमण्यम स्वामी के मुताबिक, गांधी परिवार ने कांग्रेस पार्टी के फंड का इस्तेमाल कर AJL का अधिग्रहण कर लिया. स्वामी के आरोपों की मानें तो  इसका उद्देश्य एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड की 2000 करोड़ रुपये की सपत्ति पर कब्जा करने की कोशिश थी.


ED और नेशनल हेराल्ड मामला


साल 2014 में, प्रवर्तन निदेशालय ने यह देखने के लिए जांच शुरू की कि क्या इस मामले में कोई मनी लॉन्ड्रिंग है. 18 सितंबर 2015 को, यह बताया गया कि प्रवर्तन निदेशालय ने नेशनल हेराल्ड मामले में अपनी जांच फिर से एक बार शुरू कर दी है. आने वाले दिनों में मुंबई समेत महाराष्ट्र के अलग-अलग जिलों में महानगर पालिका के चुनाव होने है. आज जिस तरह से सैकड़ों की संख्या में कांग्रेसी समर्थक और नेताओ ने केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए दिखाई दिए. कहीं ना कहीं कह सकते हैं कि ईडी के विरोध प्रदर्शन के बहाने कॉन्ग्रेस शक्ति प्रदर्शन करने में सफल रही.


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