परभणी (महाराष्ट्र): कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने नोटबंदी के कदम को लेकर आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा है. अपने बयानों में प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि वह इसे समझ पाने में नाकाम हैं कि प्रधानमंत्री मोदी के जेहन यह विचार कैसे आया.


राहुल ने यहां एक संघर्ष रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘कोई नहीं जानता कि मोदी के मन में नोटबंदी का विचार कैसे आया. आरबीआई नहीं जानता, मुख्य अर्थशास्त्री नहीं जानते और ना ही रघुराम राजन (तत्कालीन आरबीआई गवर्नर) इससे वाकिफ थे. ’’


कांग्रेस नेता ने चुटकी लेते हुए कहा, ‘‘शायद मोदी को 500 और 1000 रूपये के पुराने नोटों का डिजाइन पसंद नहीं था.’’ राहुल ने कहा कि लोगों ने प्रधानमंत्री पर विश्वास किया क्योंकि उन्हें लगा कि नोटबंदी के पीछे अवश्य ही कुछ तर्क होगा.


प्रधानमंत्री के इस कदम के पीछे कालाधन से निजात पाने का मकसद बताए जाने को हास्यास्पद करार देते हुए राहुल ने कहा कि लगभग 90 फीसदी कालाधन जमीन, सोना, रियल एस्टेट में निवेश किया गया है और स्विस बैंकों में है. लेकिन वह 10 फीसदी के पीछे गए और 90 फीसदी के पीछे नहीं गए.


राहुल ने कहा, ‘‘नोटबंदी की सफलता यह है कि मोदी ने भारत में हर चोर का कालाधन सफेद कर दिया.’’ उन्होंने कहा कि बीजेपी नीत सरकार 50-60 बड़े उद्योगपतियों के लिए काम करती है. यह किसानों की समस्या के बारे में परेशान नहीं है.


कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि महाराष्ट्र की बीजेपी नीत सरकार ने 35,000 करोड़ रूपये के कर्ज माफी की घोषणा की जबकि हकीकत में यह सिर्फ 5000 करोड़ रूपये की माफी है.


उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र में 9000 से अधिक किसानों ने पिछले तीन साल में आत्महत्या की है. इससे पहले परभणी जाने के दौरान एरणदेश्वर में राहुल ने किसानों से बातचीत की और रैली से पहले जीएसटी पर भी कारोबारियों से चर्चा की.