Fuel Price Hike: विपक्ष लगातार महंगाई के मसले पर संसद के दोनों सदनों में चर्चा की मांग कर रहा है. इस मुद्दे पर सोमवार को राज्यसभा की पूरी कार्यवाही हंगामे की भेंट चढ़ गई वहीं लोकसभा में आज जमकर हंगामा हुआ. विपक्ष की इसी मांग को देखते हुए पिछले हफ़्ते हुई लोकसभा की कार्य मन्त्रणा समिति ( BAC) की बैठक में ये तय हुआ था कि 4 अप्रैल से शुरू हो रहे सत्र के आख़िरी हफ़्ते में इस मुद्दे पर नियम 193 के तहत चर्चा करवाई जाएगी.


सरकार की ओर से कहा गया था कि चर्चा का समय और तारीख़ सम्बंधित विभाग के मंत्रियों की उपलब्धता पर निर्भर करेगा. ऐसी उम्मीद थी कि आख़िरी हफ़्ते में इस मुद्दे पर चर्चा होगी. 


हालांकि आज हुई लोकसभा की कार्य मन्त्रणा समिति में सरकार और विपक्ष के बीच चर्चा की तारीख़ और समय को लेकर सहमति नहीं बन पाई. समिति की बैठक में मौजूद एक विपक्षी सांसद के मुताबिक़ सरकार चर्चा का कोई समय तय नहीं कर सकी. सूत्रों के मुताबिक़ विपक्ष के सांसदों ने इसपर अपनी कड़ी नाराज़गी जताते हुए कहा कि सरकार पर कैसे भरोसा किया जाए ?


पिछले कुछ दिनों से लगातार पेट्रोल और डीज़ल समेत अन्य जरूरी सामानों की कीमतों में बढोत्तरी दर्ज़ की जा रही है. दो हफ़्तों में पेट्रोल की क़ीमत में 9.20 रुपए का इज़ाफ़ा हो चुका है. आज ही कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में सोनिया गांधी ने महंगाई को लेकर मोदी सरकार को निशाने पर लिया. उन्होंने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से कहा कि महंगाई के खिलाफ अभियान जारी रखा जाना चाहिए.


पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर संसद में सरकार ने दिया जवाब, बाकी देशों का हवाला देते हुए दिया ये तर्क