मुंबई: पिछले 15 सालों से फरार चल रहे गैंगस्टर रवि पुजारी को पश्चिम अफ्रीका के सेनेगल से गिरफ्तार कर लिया गया है. हाल ही में सुरक्षा एजेंसियों ने मुम्बई से उसके साथियों को गिरफ्तार किया था. साथियों की गिरफ्तारी के बाद रवि पुजारी के बारे में काफी जानकारी हासिल हुई थी. एक वरिष्ठ अधिकारी ने पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि पुजारी को 22 जनवरी को सेनेगल की राजधानी डकार के एक होटल से पकड़ा गया था. वह कथित रुप से जबरन वसूली का गिरोह चलाता था. पुजारी मुख्य रूप से मुम्बई के बिल्डरों को अपना निशाना बनाता था.
विदेशों में क्या करता था रवि पुजारी
एजेंसी पिछले काफी दिनों से रवि पुजारी पर नजर रखे हुए था. सूत्रों के मुताबिक पुजारी के लोकेशन एजेंसियां पिछले एक साल से नजर बनाए हुए थे. वह कई अफ्रीकी देशों में रेस्टोरेंट की चेन चल रहा था. पुजारी ने अपने रेस्टोरेंट का नाम नमस्ते इंडिया और महाराजा रखा था. वह कई अफ्रीकी देशों में रेस्टोरेंट की चेन चला रहा था. इनमें गुएना, बुर्किना, फासो और आइवरी कोस्ट जैसे देश शामिल हैं.
रवि पुजारी ने वहां अपना नाम भी बदल लिया था. वहां के लोगों के बीच वह एंटनी फर्नांडीज के नाम से प्रचलित है. हालांकि, इंटेलिजेंस एजेंसी, कर्नाटक पुलिस और गुजरात एटीएस लगातार अफ्रीकी प्रशासन से संपर्क बनाए हुए था. साथ ही पुजारी पर नजर बनाए हुए था.
गिरफ्तारी के बाद क्या कहा रवि पुजारी ने
दिसंबर 2018 में भारतीय सुरक्षा एजेंसिंया सेनेगल प्रशासन और वहां के राष्ट्रपति कार्यालय से संपर्क बनाए हुए था. सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तारी के बाद उसे अदलात के सामने पेश किया गया. इस दौरान उसने अदालत से दरख्वास्त की उसे भारत में प्रत्यर्पित न किया जाए.
जिसके बाद कोर्ट ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया. अब अगर ऐसे में भारत की जांच एजेंसियां तेजी से काम करती है तो उसे जल्दी ही भारत प्रत्यर्पित किया जा सकता है. माना जाता है कि पुजारी छोटा राजन के काफी करीबी रह चुका है लेकिन साल 2000 में वह अलग हो गया था.
छोटा राजन से क्यों दूर हुआ पुजारी
दोनों के बीच दूरियां तब बढ़ी जब छोटा राजन डी कंपनी के साथ बैंकॉक में जुड़ गया. बहुत कम ही लोग थे जो छोटा राजन का ठिकाना जानते थे उसमें से रवि पुजारी भी था. कहा जाता है कि दाउद के लिए पुजारी ने ही बैंकॉक में रहने के लिए ठिकाना तय किया था. यही कारण था कि पुजारी और राजन के बीच मतभेद देखने को मिला.
छोटा राजन से अलग होने के बाद वह अलग गैंग बनाया और खुद को हिंदू डॉन बताने लगा. उसने अपना मेंटॉर छोटा राजन को बताया. पुजारी पहले मुंबई के अंधेरी इलाके में ऑटो रिक्शा चलाता था. वह दाउद के लिए 90 के दशक में काम करना शुरू किया था. पुजारी साल 1993 में दाउद के गैंग से अलग हो गया.
रवि पुजारी के ऊपर कई तरह के केस दर्ज हैं. जिनमें से हत्या, हत्या करने का आरोप, महाराष्ट्र, गुजरात और कर्नाटक में पैसे की उगाही समेत कई मामले हैं. साल 2000 में वह अपने गैंग में भरत नेपाली, हेमंत पुजारी, विजय शेट्टी को शामिल किया.
किन-किन कलाकारों को धमकी दे चुका है रवि पुजारी
प्रसिद्ध होने के लिए उसने बॉलीवुड के टॉप कलाकारों को धमकी देना शुरू किया. जिनमें से शाहरुख खान, सलमान खान और अक्षय कुमार समेत कई कलाकार शामिल हैं. अप्रैल 2018 में महेश भट्ट की हत्या के लिए मुंबई की एक अदालत ने रवि पुजारी समेत अन्य दस लोगों को जिम्मेदार माना था.
मीडिया का ध्यान खींचने के लिए उसने नेस वाडिया और प्रीति जिंटा को भी धमकी दिया गया था. पुजारी ने अरिजीत सिंह को अपने एक कार्यक्रम में स्टेज शो करने के लिए भी धमकी दे चुका है. पुलिस के मुताबिक रवि पुजारी पर कर्नाटक में उगाही के 96 मामले दर्ज हैं.
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