नई दिल्ली: गुजरात और हिमाचल प्रदेश का एक्जिट पोल सामने आ चुका है. 6 चैनलों ने जो एक्जिट पोल चलाया है उसके मुताबिक बीजेपी गुजरात में औसत 115 सीट जीत सकती है जबकि कांग्रेस 66 सीटें जीत सकती है. एबीपी न्यूज़ के एक्जिट पोल के मुताबिक भी हिमाचल और गुजरात में बीजेपी जीत सकती है. कांग्रेस ने हालांकि दोनों ही प्रदेशों में बहुत मेहनत की है और राहुल गांधी भी जी-जान से जुटे रहे हैं. सवाल ये भी है कि अगर ये एक्जिट पोल नतीजों में तब्दील हुए तो अगले साल होने वाले चुनावों पर इसका क्या असर पड़ेगा?


गुजरात का एक्जिट पोल



एबीपी न्यूज-सीएसडीएस एग्जिट पोल के मुताबिक गुजरात में बीजेपी की एक बार फिर सत्ता में जोरदार वापसी हो रही है. गुजरात विधानसभा की कुल 182 सीटों में से बीजेपी को 117, कांग्रेस को 64 और अन्य को 01 सीटें मिल रही हैं. ये जीत साल 2012 के विधानसभा चुनाव से भी बड़ी जीत है. साल 2012 में बीजेपी को 115 सीटें मिली थीं. एक्जिट पोल के मुताबिक बीजेपी को 49 प्रतिशत वोट शेयर, कांग्रेस को 41 प्रतिशत वोट शेयर और अन्य को 10 प्रतिशत वोट शेयर मिल सकता है.


हिमाचल का एक्जिट पोल 



एबीपी न्यूज़-सीएसडीएस के एग्जिट पोल के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में बीजेपी सत्ता में वापसी कर रही है. 68 विधानसभा सीटों वाले हिमाचल प्रदेश के वोट शेयर पर नजर डालें तो बीजेपी को 45%, कांग्रेस को 42% और अन्य के हिस्से सिर्फ 13% वोट शेयर जाता दिख रहा है. एग्जिट पोल में सीटों के आंकड़ों के मुताबिक बीजेपी को 35-41, कांग्रेस को 26-32 और अन्य को 0-2 सीटें मिल सकती हैं. सीटों के औसत पर जाएं तो बीजेपी को 38, कांग्रेस को 29 और अन्य को एक सीट मिलती नजर आ रही है. वर्तमान में राज्य की 68 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस और बीजेपी के क्रमश: 35 और 28 विधायकों के साथ चार निर्दलीय हैं और एक सीट खाली है.


6 चैनलों का एक्जिट पोल 



एबीपी न्यूज़ समेत 6 न्यूज़ चैनलों के एग्जिट पोल में बीजेपी भारी बहुमत के साथ गुजरात में वापसी कर रही है. वहीं राहुल गांधी के नेतृत्व में गुजरात का चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस से एक बार फिर सत्ता की कुर्सी दूर जाती दिख रही है. 6 चैनलों के औसत पर नजर डाले तो बीजेपी को 115, कांग्रेस को 66 और अन्य 1 को एक सीट मिल सकती हैं. पांच चैनलों के एग्जिट पोल के मुताबिक कांग्रेस को पहले चरण और बीजेपी को दूसरे चरण में फायदा मिला.


मोदी की आंधी में कैसे टिकेंगे राहुल गांधी
राहुल गांधी इन चुनावों से पहले एकदम बदले हुए रूप में नजर आए. उनके बयान तीखे और धारदार हुए तो वहीं मुद्दों पर पकड़ भी पहले से मजबूत हुई. राहुल गांधी को इसी बीच कांग्रेस की कमान भी सौंपी गई और वो कांग्रेस अध्यक्ष बने. राहुल गांधी ने गुजरात में धुआंधार प्रचार किया और बीजेपी विरोधियों को भी अपने साथ मिलाया. राहुल ने बीजेपी की हार सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किया लेकिन फिर भी सत्ता बीजेपी को मिलती दिख रही है. अब ऐसे में सवाल ये है कि अगले साल देश के 8 राज्यों में चुनाव होने हैं और 2019 में आम चुनाव होने हैं, इन चुनावों में मोदी मैजिक या मोदी आंधी को कैसे टक्कर देंगे राहुल गांधी?