शिंदे गुट में फंड की फाइट, MLA चिमनराव पाटिल बोले- मंत्री गुलाब राव ने उनके विरोधी को दिया पैसा
शिवसेना के 40 विधायकों ने उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के खिलाफ बगावत कर दी थी और उनकी सरकार गिरा दी थी. चिमनराव पाटिल, जो एकजुट शिवसेना में खुद को अलग-थलग महसूस कर रहे थे, शिंदे में शामिल हो गए.
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde) के शिवसेना के धड़े में सब कुछ ठीक नहीं है. जलगांव जिले से विधायक चिमनराव पाटिल (Chimanrao Patil) ने गुरुवार (27 अक्टूबर) को मुख्यमंत्री से अपने निर्वाचन क्षेत्र में अपने प्रतिद्वंद्वी को सरकारी धन आवंटित करने के लिए मंत्री गुलाबराव पाटिल के खिलाफ शिकायत की. शिवसेना के भीतर चिमनराव पाटिल और गुलाबराव को प्रतिद्वंद्वी माना जाता है.
'मैं मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग करूंगा'
चिमनराव ने शिकायत की है कि गुलाबराव पाटिल (Gulabrao Patil) ने जानबूझकर उनके निर्वाचन क्षेत्र में उनके प्रतिद्वंद्वी को राज्य का फंड दिया. उन्होंने कहा, "सरकारी फंड मेरे प्रतिद्वंद्वी को दिया गया है जो एनसीपी से संबंधित है, जबकि हमारी पार्टी के मंत्री ने अपनी ही पार्टी के विधायक को फंड देने से इनकार कर दिया है. यह दिखाता है कि मुझे घेरने की जानबूझकर कोशिश की जा रही है. मैं मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग करूंगा."
चिमनराव को नहीं दिया गया मंत्री पद
शिवसेना के 40 विधायकों ने उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के खिलाफ बगावत कर दी थी और उनकी सरकार गिरा दी थी. चिमनराव पाटिल, जो एकजुट शिवसेना में खुद को अलग-थलग महसूस कर रहे थे, शिंदे में शामिल हो गए और इस उम्मीद में सूरत गए कि मौजूदा मंत्री गुलाबराव पाटिल तख्तापलट का हिस्सा नहीं होंगे. गुलाबराव न केवल गुवाहाटी में शिंदे खेमे में शामिल हुए, बल्कि नई सरकार में मंत्री के रूप में शपथ भी ली. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चिमनराव पाटिल को सीएम शिंदे के "वादे" के बावजूद मंत्रालय नहीं दिया गया था.
रवि राणा ने बच्चू कडू पर लगाए रिश्वत लेने के आरोप
इससे पहले, निर्दलीय विधायक रवि राणा ने एक अन्य निर्दलीय विधायक बच्चू कडू पर गुवाहाटी में पैसा लेकर शिंदे-फडणवीस सरकार का समर्थन करने का आरोप लगाया था. बच्चू कडू ने कहा है कि 1 नवंबर तक रवि राणा को या तो अपना बयान वापस लेना होगा या फिर वह उनके खिलाफ केस दर्ज कराएंगे.
डैमेज कंट्रोल में जुटा शिंदे कैंप
उन्होंने कहा कि रवि राणा ने जो रिश्वत के आरोप लगाए थे वे गंभीर हैं और सीएम को स्पष्टीकरण देना होगा. अगर सीएम और उनके डिप्टी इस मुद्दे को हल करने में विफल रहते हैं तो वह कठोर कार्रवाई कर सकते हैं. इस सबके बीच अब शिंदे कैंप डैमेज कंट्रोल में जुट गया है. शिंदे-फडणवीस सरकार में मंत्री दीपक केसरकर ने कहा कि वे जल्द ही बच्चू कडू से बात करेंगे और उन्हें उनकी सरकार में मंत्री के रूप में शामिल किया जाएगा.
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