जैसलमेर: जैसलमेर के पूर्व शाही परिवार के वंशज ब्रजराज सिंह का मंगलवार को बड़ा बाग में अंतिम संस्कार किया गया. उनके निधन से पूरा शहर शोक में है. उनके अंतिम संस्कार में हज़ारों की संख्या में लोग जुटे और उन्हें आखिरी विदाई दी.
ब्रजराज सिंह का सोमवार को गुड़गांव के एक अस्पताल में निधन हो गया था. उन्हें जिगर(लीवर) संबंधी बीमारी थी. वह 52 वर्ष के थे और उनके परिवार में पत्नी और दो बेटे हैं. उनके पुत्रों चेतन्यराज सिंह और जनमेज्य राज सिंह ने परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों और स्थानीय लोगों की मौजूदगी में मुखाग्नि दी.
सिंह को स्थानीय लोगों ने श्रृद्धांजलि अर्पित की और इससे पूर्व उनका पार्थिव देह मंगलवार सुबह दिल्ली से जैसलमेर लाया गया. बता दें कि उनकी अंतिम यात्रा में जनसैलाब उमड़ पड़ा. न केवल जैसलमेर शहर बल्कि दूर दराज से भी लोग उनके दर्शनार्थ जैसलमेर पहुंचे. जगह-जगह बड़ी संख्या में मौजूद महिलाएं भी उनकी अंतिम यात्रा की साक्षी बनीं.
महारावल ब्रजराज सिंह के निवास मंदिर पैलेस से उनकी शव यात्रा रवाना हुई. जवाहर निवास तक पदयात्रा के रूप में ले जाया गया. बाद में विभिन्न वाहनों से शव यात्रा बड़ाबाग पहुंची. रियासतकालीन परंपरा के अनुसार बैकुंठी निकालकर पूर्व महारावल बृजराज सिंह का अंतिम संस्कार किया गया.
जैसलमेर के पूर्व महारावल बृजराज सिंह का नाम एशिया के खूबसूरत राजाओं में शामिल था. इसके साथ ही पूर्व महारावल बृजराज सिंह अपने कुशल व्यवहार के लिए भी मशहूर थे. 52 वर्षीय पूर्व महारावल के परिवार में पत्नी राजेश्वरी देवी और दो पुत्र कुंवर चेतन्यराज सिंह भाटी और जनमेज्य राज सिंह भाटी सहित जैसाण रियासत को हमेशा के लिए अलविदा कह गए.
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