ओसाका: जापान के ओसाका में चल रहे जी-20 सम्मेलन में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप से द्विपक्षीय वार्ता की. इस दौरान दोनों नेताओं ने प्रौद्योगिकी की ताकत के इस्तेमाल, रक्षा और सुरक्षा संबंधों को बेहतर बनाने के साथ-साथ व्यापार, ईरान और 5-जी से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की. जानें मोदी और ट्रंप के बीच हुई इस महामुलाकात की 10 बड़ी बातें.


1-जी-20 सम्मेलन के लिए जापान आए प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रम्प को एक पत्र के जरिए 'भारत के प्रति अपना प्यार' जताने के लिए धन्यवाद दिया. यह पत्र अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस सप्ताह अमेरिका के विदेशी मंत्री माइक पोम्पिओ के जरिए भारत भेजा था. पीएम मोदी ने कहा कि भारत, अमेरिका के साथ आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत बनाने को लेकर प्रतिबद्ध है.

2-ट्रम्प ने चुनाव में जीत को लेकर मोदी को बधाई दी और कहा कि दोनों देश सैन्य सहित विभिन्न क्षेत्रों में साथ काम करेंगे. ट्रम्प ने कहा, 'वह शानदार जीत थी, आप इसके हकदार थे, आपने शानदार काम किया है. हमें बहुत अहम चीजों की घोषणा करनी है. व्यापार के संदर्भ में, विनिर्माण के संदर्भ में, हम 5जी पर चर्चा करेंगे. मैं आपको बधाई देता हूं और बातचीत को लेकर सकारात्मक हूं.'

3-ट्रंप ने कहा, 'हम बहुत अच्छे दोस्त बन गए हैं और हमारे देश कभी इतने करीब नहीं रहे हैं. मैं इसे आश्वस्त होकर कहता हूं. हम सैन्य सहित अन्य क्षेत्रों में मिलकर काम करेंगे. हम आज व्यापार पर चर्चा करेंगे.'

4-ईरान को लेकर ट्रम्प ने कहा, 'हमारे पास बहुत समय है. कोई जल्दबाजी नहीं है, वे समय ले सकते हैं. समय को लेकर किसी तरह का दबाव नहीं है.'

5-मोदी-ट्रम्प की बैठक इस लिहाज से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि अमेरिकी उत्पादों पर "अत्यधिक उच्च" शुल्क लगाने के भारत के निर्णय की अमेरिकी राष्ट्रपति खुलकर आलोचना करते रहे हैं.

6-ट्रम्प ने इससे पहले कल जापान पहुंचने पर ट्वीट किया था, ‘‘ मैं प्रधानमंत्री (नरेन्द्र) मोदी से इस संबंध में बात करना चाहता हूं कि भारत ने वर्षों से अमेरिका के खिलाफ ज्यादा शुल्क लगा रखा है और हाल के दिनों में उसे और बढ़ा दिया गया है. यह अस्वीकार्य है और शुल्क को निश्चित रूप से वापस लिया जाना चाहिए.’’

7- दोनों नेताओं ने जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर ईरान, 5-जी, द्विपक्षीय रिश्तों और रक्षा संबंधों पर चर्चा की. मोदी ने ट्वीट किया, 'राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ व्यापक मुद्दों पर चर्चा हुई. हमने प्रौद्योगिकी की शक्ति के इस्तेमाल के उपायों, रक्षा और सुरक्षा संबंधों को बेहतर बनाने के साथ-साथ व्यापार से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की.'

8- ट्रंप से मुलाकात के बाद ब्रिक्स नेताओं की अनौपचारिक बैठक के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद और जातिवाद का किसी भी जरिए से समर्थन बंद करने की जरूरत है. उन्होंने कहा, ‘‘ आतंकवाद मानवता के लिये सबसे बड़ा खतरा है. यह सिर्फ निर्दोषों की ही हत्या नहीं करता बल्कि आर्थिक विकास और सामाजिक स्थिरता को भी बुरी तरह प्रभावित करता है. ’’

9- मोदी ने विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) को मजबूत बनाने, संरक्षणवाद से लड़ने, ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने और साथ मिलकर आतंकवाद से लड़ने की जरूरत पर बल दिया. उन्होंने कहा, ‘‘आज, मैं तीन प्रमुख चुनौतियों पर अपना ध्यान केंद्रित करूंगा. पहली है, वैश्विक अर्थव्यवस्था में अस्थिरता और गिरावट. नियम आधारित बहुपक्षीय वैश्विक व्यापार प्रणाली पर एकपक्षवाद और प्रतिस्पर्धात्मकता का प्रभाव है.’’

10- मोदी ने कहा, ‘‘संसाधनों की कमी, आधारभूत ढांचे में निवेश में लगभग 1.3 खरब अमेरिकी डॉलर के निवेश की कमी है. दूसरी है, विकास को सतत् और समावेशी बनाना. डिजिटलाइजेशन जैसी तेजी से बदलती तकनीकें और जलवायु परिवर्तन मौजूदा और आने वाली पीढ़ियों के लिये चुनौती पेश करती हैं. विकास तभी सार्थक है जब यह असमानता घटाए और सशक्तिकरण में योगदान दे.

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