G-20 Summit 2023: भारत की अध्यक्षता में हुए जी-20 शिखर सम्मेलन में अफ्रीकी संघ इस ग्रुप का स्थायी सदस्य बना. इसको लेकर रविवार (10 सितंबर) को अफ्रीकी संघ के अध्यक्ष अजाली असौमानी ने हिंदुस्तान की तारीफ करते हुए कहा कि वो चीन से आगे निकल चुका है.
अफ्रीकी संघ (एयू) के अध्यक्ष असौमानी ने कहा, ''भारत दुनिया की 5वीं महाशक्ति है. इस कारण अफ्रीका में हिंदुस्तान के लिए पर्याप्त जगह है. हम यह भी जानते हैं कि इंडिया इतना शक्तिशाली है कि वो स्पेस पर पहुंच गया. हमें बस समन्वय करने की जरूरत है. भारत अब चीन से आगे है.'' दरअसल शनिवार (9 सितंबर) को अफ्रीकी संघ जी-20 ग्रुप का नया स्थायी सदस्य बना.
पीएम मोदी ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि अफ्रीकी संघ का जी20 में शामिल होना अधिक समावेशी वैश्विक वार्ता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. उन्होंने साथ ही संपूर्ण विश्व के हित को ध्यान में रखते हुए सामूहिक प्रयासों की जरूरत को रेखांकित किया।ृ.
जी20 के सभी सदस्य देशों ने ग्लोबल साउथ के इस महत्वपूर्ण समूह (अफ्रीकी संघ) को दुनिया की शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं की मेज पर लाने के प्रस्ताव का समर्थन किया. ग्लोबल साउथ शब्द का इस्तेमाल एशिया, अफ्रीका और लातिन अमेरिका के विकासशील देशों के लिए किया जाता है.
क्या आग्रह किया था?
जाम्बिया के राष्ट्रपति हकाइंदे हिचिलेमा के पोस्ट के जवाब में पीएम मोदी ने कहा, ‘‘अफ्रीकी संघ का जी20 में शामिल होना विश्व की प्रगति में उसकी महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करता है. हम गठजोड़ बढ़ाने और हमारी साझा आकांक्षाओं को गति देने के लिए तैयार हैं. हम वैश्विक भलाई के लिए करीबी रूप से काम करना जारी रखेंगे.’’
शनिवार को शिखर सम्मेलन के उद्घाटन के दौरान मोदी ने कोमोरोस संघ के राष्ट्रपति और अफ्रीकी संघ (एयू) के अध्यक्ष अज़ाली असौमानी से अन्य नेताओं के साथ इस मंच में शामिल होने का आग्रह किया. इसके साथ ही, 55 सदस्यीय यह समूह (अफ्रीकी संघ) यूरोपीय संघ के बाद दूसरा बहु-राष्ट्र समूह बन गया, जो जी20 का स्थायी सदस्य होगा.
जी20 के सभी सदस्य देशों ने भारत की जी20 अध्यक्षता के तहत 55 सदस्यीय अफ्रीकी संघ को दुनिया की शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं की सूची में शामिल करने के लिए यहां मंच (जी20) के शिखर सम्मेलन की शुरुआत में पीएम मोदी के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया था.
इनपुट भाषा से भी.