G-20 Summit: जी 20 की तैयारियों को लेकर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक हुई. ये बैठक राष्ट्रपति भवन के कल्चरल सेंटर में हुई. सर्वदलीय बैठक में सरकार की ओर से गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah), वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री एस जयशंकर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल आदि मौजूद थे. 


इस बैठक में कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी हिस्सा लिया, जिसमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी शामिल हुए.


बैठक में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, भाकपा महासचिव डी राजा, तेलुगू देशम पार्टी के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू समेत अन्य नेता उपस्थित थे. बैठक में तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) प्रमुख के चंद्रशेखर राव और जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष ललन सिंह ने हिस्सा नहीं लिया. राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की ओर से भी किसी ने बैठक में हिस्सा नहीं लिया.


अगले साल 2023 में भारत की मेजबानी में जी-20 शिखर सम्मेलन होने वाला है, जिसके लिए सुझाव मांगने, रणनीतियों पर चर्चा करने और अंतिम रूप देने के लिए केंद्र सरकार के तरफ से सोमवार (5 दिसंबर) को बुलाने की बात तय की गई थी.




बैठक के दौरान पीएम मोदी ने सभी राजनीतिक दलों से भारत के जी 20 अध्यक्षता में भाग लेने का आह्वान किया. उन्होंने कहा, "यह एक सम्मान है जो भारत के लिए आया है न कि किसी पार्टी या व्यक्ति के लिए. यह प्रत्येक भारतीय का गौरव है. इसलिए हम सभी को सहयोग से काम करना चाहिए."


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक में कहा कि भारत की जी20 अध्यक्षता समूचे राष्ट्र के लिए है, यह दुनिया को अपनी ताकत दिखाने का एक अनूठा अवसर है.




वरिष्ठ नेताओं ने रखी अपनी बात


बैठक में माकपा नेता येचुरी ने कहा, "जी 20 की अध्यक्षता सदस्य देशों को बारी-बारी से मिलती है और इसी आधार पर स्वत: ही भारत को मिली है." वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि अतीत में भारत ने गुटनिरपेक्ष आंदोलन शिखर बैठक की अध्यक्षता की थी. डी राजा ने कहा कि भारत को इस अवसर का उपयोग भारत के युवाओं, किसानों की उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिए करना चाहिए .




एक दिसंबर जी 20 की अध्यक्षता मिली


भारत ने एक दिसंबर को आधिकारिक रूप से जी 20 की अध्यक्षता ग्रहण की है. इस साल दिसंबर से देश के विभिन्न स्थानों पर 200 से अधिक जी20 बैठकों की मेजबानी किए जाने की उम्मीद है. अगले साल नौ और 10 सितंबर को नई दिल्ली में जी 20 नेताओं का शिखर सम्मेलन होना है. इससे पहले देश के विभिन्न हिस्सों में जी 20 की कई बैठकें आयोजित की जाएगी.




तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी बैठक में हिस्सा लेने से पहले ही कह दिया था कि, वह तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर इसमें हिस्सा लेंगी. जी 20 दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर- सरकारी मंच है. इसमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं.


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