नई दिल्ली: कोरोना वायरस संकट पर जी-20 बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वैश्विक महामारी से निपटने के लिए प्रभावी टीका विकसित करने के लिए डब्ल्यूएचओ को मजबूत करना जरूरी है. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पीएम मोदी ने इस बैठक में हिस्सा लिया. इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल भी मौजूद रहें.


पीएम मोदी ने खुल कर मेडिकल रिसर्च साझा करने की अपील की


पीएम मोदी ने कहा कि वैश्विक समृद्धि और सहयोग के लिए हमारे दृष्टिकोण के केन्द्र बिंदु में आर्थिक लक्ष्यों के स्थान पर मानव को रखा जाए. उन्होंने मानव के विकास के लिए मेडिकल रिसर्च को स्वतंत्र रूप से और खुल कर साझा करने की अपील की. उन्होंने दुनिया भर में कहीं अधिक अनुकुल, प्रतिक्रियात्मक और सस्ती मानव स्वास्थ्य सुविधा प्रणाली का विकास करने की हिमायत की.


महामारी से उपजी आर्थिक मुश्किलों का मिलकर सामना करें- पीएम मोदी


जी-20 वीडियो कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी ने स्वास्थ्य सुविधा से जुड़े मुद्दों से निपटने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) जैसे वैश्विक संगठनों को मजबूत करने की अपील की. उन्होंने आपस में जुड़ी दुनिया के लिए नए संकट प्रबंधन प्रोटोकॉल और कार्यप्रणाली तैयार करने की. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस महामारी से उपजी आर्थिक मुश्किलों से निपटने के लिए साथ मिलकर काम करना चाहिए.


महामारी के सामाजिक और आर्थिक पहलुओं पर भी चर्चा की


वहीं विदेश मंत्रालय ने बताया कि पीएम मोदी महामारी के सामाजिक और आर्थिक पहलुओं को भी रखा. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के 90 फीसदी केस और 88 फीसदी मौत जी20 देशों में ही हुई है, यहां तक कि वे दुनिया की जीडीपी का 80 फीसदी और आबादी का 60 फीसदी हिस्सा हैं. मंत्रालय ने कहा कि जी20 के नेताओं ने कोरोना वायरस को लेकर वैश्विक विकास, बाजार की स्थिरता और मजबूती के लिए उपलब्ध सभी नीतिगत विकल्पों के इस्तेमाल पर प्रतिबद्धता जाहिर की.