G-20 Summit 2023 : जी-20 शिखर सम्मेलन में आए दुनियाभर के नेताओं के लिए आयोजित राजकीय रात्रिभोज में विपक्ष के नेता को आमंत्रित न करने से कांग्रेस पार्टी नाराज है. पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिंदबरम ने इसे लेकर सख्त प्रतिक्रिया दी है.


उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “मैं कल्पना नहीं कर सकता कि किसी अन्य लोकतांत्रिक देश की सरकार विश्व नेताओं के लिए राजकीय रात्रिभोज में विपक्ष के मान्यता प्राप्त नेता को आमंत्रित नहीं करेगी. ऐसा केवल उन्हीं देशों में हो सकता है जहां न तो लोकतंत्र है और न ही विपक्ष. मुझे उम्मीद है कि इंडिया, यानी भारत  उस स्थिति में नहीं पहुंचा है जहां लोकतंत्र और विपक्ष का अस्तित्व खत्म हो जाएगा.”


राहुल गांधी ने भी दी थी प्रतिक्रिया


वहीं, इस मुद्दे पर राहुल गांधी ने भी प्रतिक्रिया दी थी. वह इन दिनों यूरोप दौरे पर हैं. वहां उन्होंने इसे लेकर शुक्रवार को कहा, ‘‘इसमें विपरीत बात क्या है? उन्होंने (सरकार) विपक्ष के नेता को आमंत्रित नहीं करने का फैसला किया है. यह आपको कुछ बताता है. यह आपको बताता है कि वे भारत की 60 प्रतिशत आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाले विपक्ष के नेता को महत्व नहीं देते हैं. यह कुछ ऐसा है जिसके बारे में लोगों को सोचना चाहिए. उन्हें ऐसा करने की आवश्यकता क्यों महसूस हो रही है और इसके पीछे किस प्रकार की सोच है.’’


ये है विवाद की वजह


दरअसल, जी-20 शिखर सम्मेलन में आए दुनियाभर के राष्ट्र अध्यक्षों के लिए राष्ट्रपति भवन में राजकीय रात्रिभोज का आयोजन किया गया है. इसमें सभी केंद्रीय मंत्रियों और सभी मुख्यमंत्रियों को बुलाया है. भारत सरकार के सभी सचिव और अन्य विशिष्ट अतिथि भी सूची में हैं, लेकिन इसमें विपक्ष के नेता को नहीं बुलाया गया है. मल्लिकार्जुन खरगे कांग्रेस अध्यक्ष होने के साथ-साथ राज्यसभा में विपक्ष के नेता भी हैं. ऐसे में उन्हें न बुलाने से विवाद खड़ा हो गया है.


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