जी-20 में मोदी सरकार के अफसर ने किया कुछ ऐसा कि विपक्ष भी कर रहा तारीफ, शशि थरूर ने कही ये बड़ी बात
G20 Summit 2023: जी-20 के पहले दिन भारत ने रूस-यूक्रेन संकट पर गतिरोध तोड़ने के प्रयास में नेताओं के घोषणापत्र के लिए सदस्य देशों के बीच नया मसौदा सर्कुलेट किया. इसमें अमिताभ कांत की अहम भूमिका रही.
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G20 Summit 2023 Live : यूक्रेन संकट पर जी-20 के नेताओं की संयुक्त विज्ञप्ति पर आम सहमति बनाने के लिए भारत लगातार प्रयास कर रहा है. इसी कड़ी में शनिवार को चीन और रूस से बातचीत करने के लिए भारत के जी-20 शेरपा अमिताभ कांत की खूब प्रशंसा हो रही है. अब कांग्रेस के नेता शशि थरूर ने भी अमिताभ कांत की तारीफ की है.
केरल से लोकसभा सांसद ने अपने आधिकारिक एक्स (पहले ट्विटर) अकाउंट पर लिखा, “यह जी20 में भारत के लिए एक गर्व का पल है. बहुत अच्छा अमिताभ कांत! ऐसा लगता है कि जब आपने आईएएस का विकल्प चुना तो आईएफएस ने एक उत्कृष्ट राजनयिक खो दिया.”
'200 घंटे की बातचीत के बाद हुआ ये संभव'
केरल कैडर के 1980 बैच के आईएएस अधिकारी अमिताभ कांत ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध पर समूह के रुख पर विभाजित जी20 नेताओं की एक संयुक्त विज्ञप्ति सुनिश्चित करने के लिए यह जरूरी था. करीब 200 घंटे की नॉनस्टॉप वार्ता के बाद ही यह संभव हो सका.
इस तरह सब एक टेबल पर आए
नीति आयोग के पूर्व प्रमुख कांत ने यह भी कहा कि इसमें सबसे अहम "शेरपाओं के साथ साझेदारी में काम करना" था और यह उभरते बाजारों का एक संयुक्त प्रयास था, जिसकी अगुवाई भारत, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका और इंडोनेशिया ने की. इसमें बाद में मैक्सिको, तुर्की और सऊदी अरब भी शामिल हुआ और सबी ने G7 देशों पर दबाव डाला और सभी को एक टेबल पर लेकर आए.
'किसी को नहीं थी इसकी उम्मीद'
अमिताभ कांत के मुताबिक, “इन्हीं सब आधार पर हमने पहला मसौदा तैयार किया. किसी को वास्तव में उम्मीद नहीं थी कि हम आम सहमति पर पहुंचेंगे. पहले मसौदे पर कई प्रतिक्रियाएं हुईं. अधिकतर लोग इसे लेकर आश्वस्त नहीं थे कि हम रूस और यूक्रेन पर आम सहमति पर पहुंच सकते हैं, क्योंकि दुनिया भर में बहुपक्षीय मंच ऐसा करने में विफल रहे हैं." श्री कांत का कहना है कि "पहले मसौदे से हम दूसरे... और फिर तीसरे पर गए. इसके बाद, हर देश के साथ द्विपक्षीय बैठकों से भी इस पर काफी मदद मिली."
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