G20 Full members List: ग्रुप 20 यानी G20, जैसा कि नाम से ही मालूम पड़ जाता है कि 20 सदस्यों का समूह है. इस गुट में 19 देश और यूरोपीय यूनियन शामिल है. जी20 मुख्य रूप से एक ग्लोबल इकोनॉमिक फोरम है, जिसके गठन में 1999 में किया गया था. जी20 में शामिल देश महत्वपूर्ण आर्थिक ताकतें हैं, जो दुनिया की आर्थिक नीतियों को शक्ल देते हैं.


जी20 की ताकत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि दुनिया की कुल जीडीपी का 85 फीसदी हिस्सा इसके सदस्यों से आता है. दुनिया की दो तिहाई आबादी इसके सदस्य देशों में निवास करती है, जबकि विश्व व्यापार में इनका हिस्सा 75 फीसदी है. आइए इसके सदस्य देशों पर एक नजर डालते हैं


अर्जेंटीना (Argentina)- दक्षिण अमेरिका की उभरती अर्थव्यवस्था के रूप में अर्जेंटीना ने अपनी एक पहचान बनाई है. ये एक बड़ा कृषि निर्यातक है. हालांकि, देश ने कई आर्थिक चुनौतियों का सामना किया है लेकिन जी20 का एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बना हुआ है. 1999 में जी20 के गठन के बाद से यह इसका सक्रिय सदस्य रहा है.


आस्ट्रेलिया (Australia)- ये जी20 का पूर्णकालिक सदस्य है. क्षेत्रफल के लिहाज से दुनिया का 6वां सबसे बड़ा देश जी20 में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. ऑस्ट्रेलिया की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से सेवाओं, खनन और कृषि पर केंद्रित है. एशिया प्रशांत क्षेत्र में इसकी विशेष भौगोलिक स्थिति इसे व्यापार के लिए बेहद खास बनाती है.


ब्राजील (Brazil)- दक्षिण अमेरिका की सबसे अर्थव्यवस्था के रूप में ब्राजील कमोडिटीज और कृषि क्षेत्र का बड़ा खिलाड़ी है. हालांकि, ब्राजील भ्रष्टाचार और राजनीतिक अस्थिरता जैसी चुनौतियों का सामना करता है, लेकिन वैश्विक व्यापार और विकास पर जी20 की चर्चाओं में महत्वपू्ण योगदानकर्ता बना हुआ है. यह जी20 के गठन के साथ ही इसका पूर्ण सदस्य बन गया था. 2024 में जी20 का शिखर सम्मेलन की मेजबानी ब्राजील करेगा.


कनाडा (Canada)- अपने बहुसांस्कृतिक समाज और खूबसूरत लैंडस्केप के लिए जाना जाने वाला कनाडा जी20 के सदस्य के रूप में विश्व मंच पर खास स्थान रखता है. दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा क्षेत्रफल रखने वाले कनाडा ने जी20 के निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाई थी. और 2008 में जी20 नेताओं की पहली बैठक कराने में इसका अहम रोल रहा था.


चीन (China)- जी20 के गठन के साथ ही चीन इसका सदस्य बना था. दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी और दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था रखने वाला चीन जी20 में महत्वपूर्ण स्थिति में हैं. समय के साथ चीन ग्लोबल सुपरपॉवर के रूप में उभरा है जो जी20 के साथ ही दुनिया में महत्पूर्ण रोल प्ले कर रहा है. जी20 के साथ ही चीन एक अन्य प्रमुख आर्थिक संगठन ब्रिक्स का भी सदस्य है.


फ़्रांस (France)- यूरोप के मध्य में एक आर्थिक महाशक्ति, वैश्विक पहुंच और कूटनीतिक कौशल के साथ, फ़्रांस व्यापार, जलवायु और सुरक्षा पर चर्चा में योगदान देता है. दुनिया की सातवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में, फ्रांस वैश्विक चुनौतियों से निपटने में समूह के भीतर महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.


जर्मनी (Germany)- यूरोपीय संघ की सबसे बड़ी और दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था जर्मनी की औद्योगिक ताकत इसे वैश्विक व्यापार और आर्थिक स्थिरता में एक प्रमुख खिलाड़ी बनाती है. जी20 के अलावा, जर्मनी यूरोपीय संघ, जी8 और नाटो का भी सदस्य है.


भारत (India)- दुनिया की सबसे बड़ी आबादी और सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक भारत इस बार जी20 की मेजबानी कर रहा है. भारत अपनी रणनीतिक स्थिति, अर्थव्यवस्था और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के साथ G20 के भीतर एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में उभरा है, जो इसे मंच का एक अनिवार्य सदस्य बनाता है. भारत सतत विकास और गरीबी उन्मूलन से लेकर अर्थव्यवस्था और भू-राजनीति तक विविध मुद्दों पर चर्चा में एक महत्वपूर्ण भूमिका में है.


इंडोनेशिया (Indonesia)- दक्षिण पूर्व एशियाई देश एक उभरती हुई आर्थिक शक्ति है जो अपने विशाल प्राकृतिक संसाधनों और भविष्य के विकास की संभावनाओं के लिए जाना जाता है.


इटली (Italy)- इटली के पास समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के साथ-साथ विविध अर्थव्यवस्था भी है. यूरोप, अफ्रीका और मध्य पूर्व के बीच एक पुल के रूप में मौजूद इटली जी20 के भीतर समकालीन नेतृत्व के साथ एक समृद्ध इतिहास को जोड़ता है. रोमन साम्राज्य से लेकर पुनर्जागरण तक, इटली का प्रभाव सदियों तक फैला रहा है, और आज जी20 सदस्य के रूप में यह वैश्विक चर्चाओं को आकार दे रहा है.


जापान (Japan)- इनोवेशन और टेक्नोलॉजी के लिए पहचाना जाने वाला जापान एक आर्थिक ताकत है. यह मौद्रिक नीति और वैश्विक वित्त पर चर्चा में योगदान देता है.  प्रशांत महासागर में बसे इस द्वीपीय राष्ट्र ने डिजिटल अर्थव्यवस्था को आकार देने में अग्रणी भूमिका निभाई है. जी20 सदस्य के रूप में जापान व्यापार, आर्थिक विकास और वित्तीय स्थिरता पर चर्चा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.


मेक्सिको (Mexico)- क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण पर जी20 चर्चा में मेक्सिको एक महत्वपूर्ण भागीदार है. संयुक्त राज्य अमेरिका से इसकी निकटता और उत्तरी अमेरिकी व्यापार में भूमिका इसे एक प्रमुख खिलाड़ी बनाती है.


रूस (Russia)- एक प्रमुख तेल और गैस निर्यातक और एक मिलिट्री पॉवर के रूप में रूस ऊर्जा सुरक्षा और भूराजनीति पर चर्चा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. फिलहाल यह यूक्रेन पर अपने आक्रमण के चलते चर्चा के केंद्र में है, जिसके बाद पश्चिमी देशों ने इसके ऊपर कई प्रतिबंध लगाए हैं. व्लादिमीर पुतिन भारत में 2023 शिखर सम्मेलन में भाग नहीं ले रहे और उनका प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव कर रहे हैं


सऊदी अरब (Saudi Arabia)- एक प्रमुख तेल उत्पादक के रूप में ऊर्जा बाजारों में सऊदी अरब की भूमिका और मध्य पूर्व में इसका प्रभाव G20 के भीतर महत्वपूर्ण है. 2022 में सऊदी अरब ने 8.7 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज की थी, जो जी20 देशों में सबसे अधिक है.


दक्षिण अफ्रीका (South Africa)- दक्षिण अफ्रीका G20 के भीतर पूरे अफ्रीकी महाद्वीप का प्रतिनिधि है, जो विकास, व्यापार और बुनियादी ढांचे पर चर्चा में योगदान देता है. 


दक्षिण कोरिया (South Korea)- अपनी एडवांस टेक्नोलॉजी के लिए जाना जाने वाला दक्षिण कोरिया, इनोवेशन, डिजिटल अर्थव्यवस्था और व्यापार पर चर्चा में एक प्रमुख खिलाड़ी है. दक्षिण कोरिया की अर्थव्यवस्था तेज विकास और औद्योगीकरण पर आधारित है. यह वैश्विक स्तर पर 12वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है.


तुर्किए (Turkiye)- यूरोप और एशिया के बीच अपनी रणनीतिक स्थिति के कारण तुर्किए ने पारंपरिक रूप से दो महाद्वीपों के बीच एक पुल के रूप में कार्य किया है. जी20 के भीतर इसकी ये भूमिका जारी है. यह व्यापार, वित्त और क्षेत्रीय स्थिरता पर चर्चा में योगदान देता है.


यूनाइटेड किंगडम (United Kingdom)- यूनाइटेड किंगडम या ब्रिटेन एक महत्वपूर्ण वित्तीय केंद्र है और वैश्विक वित्त और व्यापार पर चर्चा के लिए प्रमुख भागीदार है. ब्रेक्सिट और कोविड महामारी के बाद इसे आर्थिक अनिश्चितता जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. बावजूद इसके जी20 में यह एक बड़ा खिलाड़ी बना हुआ है.


संयुक्त राज्य अमेरिका (United States)- दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और सुपरपॉवर के रूप में अमेरिका अंतरराष्ट्रीय कूटनीति और भू-राजनीति से लेकर व्यापार और वित्त तक के मुद्दों पर सभी चर्चाओं को प्रभावित करता है. नई दिल्ली जी20 शिखर सम्मेलन में अमेरिका "वैश्विक चुनौतियों से निपटने सहित गरीबी से बेहतर ढंग से लड़ने के लिए विश्व बैंक सहित बहुपक्षीय विकास बैंकों की क्षमता बढ़ाने" पर जोर देगा.


यूरोपीय संघ (European Union)- 27 देशों का ये समूह एक शक्तिशाली आर्थिक गुट का प्रतिनिधित्व करता है, जो व्यापार, जलवायु और वैश्विक विकास पर चर्चा में योगदान देता है. यूरोपीय संघ के देश फ्रांस, जर्मनी और इटली व्यक्तिगत रूप से भी G20 के स्थायी सदस्य हैं.


यूरोपीय संघ के देश- ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, बुल्गारिया, क्रोएशिया, साइप्रस, चेक गणराज्य, डेनमार्क, एस्टोनिया, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, ग्रीस, हंगरी, आयरलैंड, इटली, लातविया, लिथुआनिया, लक्ज़मबर्ग, माल्टा, नीदरलैंड, पोलैंड, पुर्तगाल, रोमानिया, स्लोवाकिया, स्लोवेनिया, स्पेन और स्वीडन.


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