G20 Summit 2023: जो बाइडेन आज पहुंचेंगे दिल्ली, पीएम मोदी से होगी क्या चर्चा? जी-20 में कार्यक्रम, जानें हर सवाल का जवाब
G20 Summit 2023 in Delhi: दिल्ली के प्रगति मैदान के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन और प्रदर्शनी केंद्र भारत मंडपम में 9 से 10 सितंबर तक जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन होगा.
G20 Summit India: जी-20 समिट की मेजबानी के लिए दिल्ली सज चुकी है. शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले मेहमानों के आने का सिलसिला भी शुरू हो गया है. मॉरीशस के पीएम प्रवीण कुमार जगन्नाथ, नाइजीरियाई राष्ट्रपति बोला अहमद टीनुबू समेत कई मेहमान दिल्ली पहुंच चुके हैं. शुक्रवार (8 सितंबर) को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) भी दिल्ली पहुंच जाएंगे.
जो बाइडेन का ये दौरा सिर्फ जी-20 शिखर सम्मेलन के बारे में ही नहीं बल्कि वो यहां पीएम मोदी के साथ अहम बैठक भी करने वाले हैं. जो बाइडेन शुक्रवार शाम को दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचेंगे. जहां केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह उनका स्वागत करेंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में ये उनकी भारत की पहली यात्रा होगी. भारत का दौरा करने वाले आखिरी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प थे जो फरवरी 2020 में आए थे.
पीएम मोदी के साथ करेंगे द्विपक्षीय बैठक
अमेरिकी राष्ट्रपति शुक्रवार को पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे. दोनों नेता भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक और रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने पर चर्चा करेंगे. व्हाइट हाउस ने बताया कि जो बाइडेन 9 और 10 सितंबर को जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे. वह रविवार (10 सितंबर) को महात्मा गांधी की समाधि राजघाट का दौरा करेंगे. इसके बाद वे वियतनाम के लिए रवाना होंगे.
इन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा
अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि द्विपक्षीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति जो बाइडेन जलवायु परिवर्तन, आर्थिक सहयोग और बहुपक्षीय विकास बैंक सुधार एजेंडे पर चर्चा करेंगे. एक और मुद्दा जो बातचीत में प्रमुखता से उठने की संभावना है वह है- रूस-यूक्रेन युद्ध.
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के अनुसार, सूत्रों ने बताया कि पीएम मोदी और राष्ट्रपति बाइडेन के बीच बातचीत का फोकस स्वच्छ ऊर्जा, रक्षा और हाई-टेक्नोलॉजी सहित विभिन्न प्रमुख क्षेत्रों में चल रहे द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा पर होने की संभावना है.
ड्रोन डील, जेट इंजन सौदे पर हो सकती है बातचीत
उन्होंने कहा कि इनमें छोटे मॉड्यूलर परमाणु रिएक्टरों पर संभावित परमाणु समझौता, भारतीय छात्रों के लिए एक अकादमिक कार्यक्रम, ड्रोन डील, जेट इंजन पर रक्षा सौदे के लिए अमेरिकी कांग्रेस की मंजूरी पर प्रगति, यूक्रेन के लिए संयुक्त सहायता, वीजा का मुद्दा और एक-दूसरे के देशों में नए वाणिज्य दूतावास शामिल हैं.
जी-20 शिखर सम्मेलन में उठाएंगे ये मुद्दा
अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि जी-20 समिट में राष्ट्रपति बाइडेन अंतरराष्ट्रीय कानून, संयुक्त राष्ट्र घोषणापत्र के सिद्धांतों, क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के सिद्धांतों के सम्मान में स्थापित एक न्यायसंगत और टिकाऊ शांति का आह्वान करेंगे. राष्ट्रपति इस बात पर जोर देते रहेंगे कि इन सिद्धांतों का पालन करते हुए अमेरिका यूक्रेन का तब तक समर्थन करेगा जब तक उसे आवश्यकता होगी.
पीएम मोदी ब्राजील को सौंपेंगे अध्यक्ष पद की कमान
बता दें कि, जी-20 समूह में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं. भारत को बीते साल दिसंबर में जी-20 की अध्यक्षता मिली थी. अब पीएम मोदी 10 सितंबर को ब्राजील के राष्ट्रपति को जी-20 अध्यक्ष पद की कमान सौंपेंगे.
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