G20 Summit: यूक्रेन युद्ध के बीच जी-20 बैठक में आने पर क्या पुतिन कर लिए जाएंगे अरेस्ट? ब्राजील के राष्ट्रपति ने दिया जवाब
ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा ने कहा कि जी20 सम्मेलन के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को आमंत्रित किया जाएगा. अगले साल ब्राजील के रियो डे जेनिएरो में जी20 सम्मेलन होगा.
G20 Summit 2023 in Delhi: ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा ने कहा कि अगर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अगले साल जी20 सम्मेलन में शामिल होने के लिए ब्राजील आते हैं तो मतलब ही नहीं कि उनकी गिरफ्तारी हो. इंटरनेशनल क्रीमिनल कोर्ट ने वॉर क्राइम का जिम्मेदार ठहराते हुए पुतिन के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया था, जिसके बाद से पुतिन वैश्विक स्तर पर आयोजित कई कार्यक्रमों में शामिल नहीं हुए हैं. 9 से 10 सितंबर को भारत में हो रहे दो दिवसीय जी20 सम्मेलन में भी वह नहीं पहुंचे और उनकी जगह विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव दिल्ली आए हैं.
शनिवार (9 सितंबर) को फर्स्टपोस्ट को दिए इंटरव्यू में लूला ने कहा कि अगले साल ब्राजील में होने जा रहे जी20 सम्मेलन के लिए पुतिन को आमंत्रित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि वह जी20 से पहले रूस में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. अगले साल ब्राजील के रियो डे जेनिएरो में जी20 सम्मेलन होगा. राष्ट्रपति लूला ने कहा, 'मुझे विश्वास है कि पुतिन आराम से ब्राजील आ सकते हैं. ब्राजील का राष्ट्रपति होने के नाते मैं इतना ही कह सकता हूं कि अगर वह देश में आते हैं तो उनकी गिरफ्तारी नहीं होगी.' ब्राजील रोम स्टेटरी का हस्ताक्षकर्ता है, जिसके कारण आईसीसी की स्थापना हुई.
पुतिन पिछले साल शंघाई कॉपरेशन ऑर्गेनाइजेशन और मई में यूरेशियन इकोनॉमिक फोरम में शामिल हुए थे. इसके बाद से वह किसी अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम नहीं पहुंचे.
इन कार्यक्रमों में भी शामिल नहीं हुए पुतिन-
- नवंबर, 2022 में व्लादिमीर पुतिन ने बाली में जी20 सम्मेलन में हिस्सा नहीं लिया था.
- रूसी राष्ट्रपति पुतिन 22 से 24 अगस्त के बीच दक्षिण अफ्रीका में हुए ब्रिक्स सम्मेलन में भी नहीं पहुंचे थे.
- इंडोनेशिया के जकार्ता में 7 सितंबर को एशियाई देशों का ईस्ट एशिया समिट हुआ था. पुतिन ने इस सम्मेलन में शामिल होने पर भी असमर्थता जताई थी.
- अब दिल्ली में हो रहे जी20 सम्मेलन में भी पुतिन नहीं पहुंचे हैं.
पुतिन पर क्या-क्या आरोप लगे हैं-
- इंटरनेशनल क्रीमिनल कोर्ट की ओर से जारी बयान में व्लादिमीर पुतिन को 24 फरवरी 2022 से यूक्रेन में वॉर क्राइम के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है.
- यूक्रेन से बच्चों को गैरकानूनी और अवैध तरीके से जबरदस्ती रूस लाने का भी व्लादिमीर पुतिन पर आरोप है.
- आईसीसी के बयान में कहा गया कि पुतिन इन आपराधिक कृत्यों में शामिल हैं, इस बात को मानने के लिए उचित आधार हैं. पुतिन ने अपने सैनिकों ऐसी गितिविधियों को करने के लिए रोका भी नहीं.
- पुतिन के कार्यलाय में चिल्ड्रन राइट्स कमिश्नर मारिया पुतिन पर भी यूक्रेनी बच्चों को गैर कानूनी तरीके से रूस लाने का जिम्मेदार ठहराया गया है.