G20 Summit In India: अरुणाचल प्रदेश में हुई थी जी20 प्रतिनिधियों की बैठक, क्यों चीन नहीं हुआ शामिल, जानें
सितंबर में होने वाले जी20 सम्मेलन के पहले भारत जी20 सदस्यों के लिए देश के अलग-अलग शहरों में कार्यक्रम करवा रहा है. इसी क्रम में अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में भी एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
G20 Summit In India: भारत के सीमावर्ती राज्य अरुणाचल प्रदेश में भारत ने जी20 कार्यक्रमों की श्रंखला के तहत एक अहम बैठक का आयोजन किया था. इस कार्यक्रम में भारत का पडोसी और जी20 का सदस्य चीन शामिल नहीं हुआ. इस बैठक का आयोजन अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर में किया गया था.
सूत्रों के मुताबिक चीन इस बैठक में रविवार (26 मार्च) को इसलिए शामिल नहीं हुआ क्योंकि वह अरुणाचल प्रदेश पर अपना दावा ठोकता आया है. हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि चीन ने बैठक को लेकर भारत के सामने अपना विरोध दर्ज कराया है या नहीं. क्योंकि इस मुद्दे पर न ही चीन की और न ही भारत के विदेश मंत्रालय ने इस मामले पर कोई टिप्पणी आई है.
मीडिया कवरेज की नहीं दी गई थी अनुमति
मीडिया को लेकर उठाए गए सवाल में कहा, सरकार ने अरुणाचल प्रदेश में हुई इस बैठक को गोपनीय घोषित किया था, यही वजह थी कि इस कार्यक्रम में मीडिया कवरेज नहीं मिल सकी. इस मीटिंग का आयोजन विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग ने 'रिसर्च इनोवेशन इनिशिएटिव, गैदरिंग' थीम पर किया था.
इस बैठक में हिस्सा लेने के बाद, जी20 बैठक में भाग लेने के लिए 50 से अधिक अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि शनिवार (25 मार्च) को अरुणाचल प्रदेश पहुंचे. होल्लोंगी हवाई अड्डे पर उतरने के बाद, वे ईटानगर पहुंचे, जहां उन्होंने एक प्रदर्शनी देखी जिसमें राज्य के इनोवेटर्स के नवाचारों और विभिन्न जनजातीय कलाओं और संस्कृतियों का प्रदर्शन किया गया था.
बैठक के बाद कहां गए प्रतिनिधि?
विज्ञान विभाग की बैठक में हिस्सा लेने के बाद प्रतिनिधि थुप्टेन गटसेलिंग मठ पहुंचे. मठ में एक सांस्कृतिक संगीत प्रस्तुति का आनंद लेने के बाद प्रतिनिधि जवाहरलाल नेहरू राज्य संग्रहालय पहुंचे, जहां उनको पूर्वोत्तर राज्य के इतिहास और समृद्ध संस्कृति के बारे में जानकारी दी गई. शाम को, प्रतिनिधियों ने राज्य विधानसभा में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम देखा.
इन प्रतिनिधियों में जी20 सदस्य देशों के अलावा अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल हैं. सूत्रों ने बताया है कि सरकार जी20 के इन प्रतिनिधियों को चीन की सीमा से लगे तवांग इलाके में ले जा सकती है लेकिन यह इस बात पर निर्भर करेगा कि वहां पर मौसम कैसा है. अरुणाचल प्रदेश के बाद से लोगों को वहां से असम के गुवाहाटी लेकर जाया जाएगा.