G20 Summit India: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) के बीच शुक्रवार शाम द्विपक्षीय बैठक हुई. इस बैठक में दोनों ही राष्ट्र प्रमुखों ने दोनों देशों के बीच "घनिष्ठ और स्थायी" साझेदारी की सराहना की. इस मीटिंग में जून में मोदी की वॉशिंगटन की राजकीय यात्रा के दौरान "अभूतपूर्व उपलब्धियों" को लागू करने में हुई प्रगति की सराहना भी की गई.
बैठक में दोनों देशों के बीच व्यापार से लेकर रक्षा और स्पेस रिसर्च को लेकर भी कई समझौते हुए. बाइडेन ने इस दौरान जी-20 (G-20) पर भारत के नेतृत्व की सराहना की.
इन बातों पर बनी सहमति
द्विपक्षीय बैठक के बाद जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया कि दोनों पक्ष संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, बाइडेन और मोदी वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन (WTO) में दोनों देशों के बीच चल रहे बकाया व्यापार विवाद को हल करने पर भी सहमत हुए. बैठक में दोनों ने रक्षा संबंधों को भी और मजबूती दी. अमेरिकी कांग्रेस ने जीई जेट इंजन सौदे पर कोई आपत्ति नहीं जताई और भारत ने MQ-9B प्रीडेटर ड्रोन के लिए अपना अनुरोध पत्र जारी किया.
इसके अलावा बैठक में दोनों ने महत्वपूर्ण और उभरती टेक्नोलॉजी (ICET), विशेष रूप से दूरसंचार नेटवर्क, सेमीकंडक्टर (Semiconductors) और अंतरिक्ष (Space) पर पहल के तहत विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग तेज किया. दोनों देशों ने स्वास्थ्य और शिक्षा साझेदारी पर विशिष्ट नई पहल की भी घोषणा की. नरेंद्र मोदी ने कहा, “वह अगले साल भारत में क्वाड शिखर सम्मेलन के लिए बिडेन का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं.” मोदी के इस बयान से इस चर्चा को बल मिला है कि बाइडेन गणतंत्र दिवस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हो सकते हैं.
1 घंटे 10 मिनट तक चली बैठक
शुक्रवार शाम नई दिल्ली में लोक कल्याण मार्ग स्थित पीएम आवास पर दोनों नेताओं के बीच एक घंटे दस मिनट तक हुई बैठक के बाद मोदी ने एक्स पर लिखा, ''हमारी बैठक बहुत सार्थक रही. हम कई विषयों पर चर्चा करने में सक्षम हुए जो भारत और अमेरिका के बीच आर्थिक और लोगों के बीच संबंधों को आगे बढ़ाएंगे. हमारे देशों के बीच की दोस्ती वैश्विक भलाई को आगे बढ़ाने में एक महान भूमिका निभाती रहेगी.''
मोदी ने की बाइडेन की तारीफ
वहीं, प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि “बैठक के दौरान मोदी ने भारत की जी 20 अध्यक्षता के लिए बाइडेन के लगातार समर्थन के साथ-साथ भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए उनकी दृष्टि और प्रतिबद्धता की सराहना की.
मीटिंग में दोनों पक्षों से ये लोग रहे मौजूद
बैठक में बाइडेन के साथ राज्य के सचिव एंटनी जे ब्लिंकन, ट्रेजरी सचिव जेनेट येलेन, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन, भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के वरिष्ठ अधिकारी, कर्ट कैंपबेल और एलीन लाउबाचर मौजूद रहे, जबकि नरेंद्र मोदी के प्रतिनिधिमंडल में विदेश मंत्री एस जयशंकर, एनएसए अजीत डोभाल, प्रमुख सचिव पीके मिश्रा, विदेश सचिव विनय क्वात्रा और पीएम कार्यालय में संयुक्त सचिव दीपक मित्तल और हिरेन जोशी शामिल रहे.
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