Youth 20 Consultation Meeting: जम्मू-कश्मीर में होने वाली जी-20 समिट से पहले कश्मीर विश्वविद्यालय में यूथ 20 कंसल्टेशन मीटिंग होने जा रही है. 11 मई को होने वाली इस मीटिंग की थीम जलवायु परिवर्तन होगी. इसको लेकर कुलपति निलोफर खान ने कहा है कि कश्मीर विश्वविद्यालय में जलवायु परिवर्तन पर आगामी यूथ 20 परामर्श बैठक एक ऐतिहासिक अवसर है और इसका वैश्विक महत्व है.


प्रोफेसर निलोफर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि यह युवाओं के पास जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में सक्रिय भूमिका निभाने का शानदार मौका है. उन्होंने कहा, "भारत के जी20 की अध्यक्षता के तहत इस कार्यक्रम का आयोजन करना कश्मीर विश्वविद्यालय के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है. विश्वविद्यालय इसे राष्ट्रीय और वैश्विक महत्व की घटना के रूप में मानता है और इसे लागू कर दिया है.”


बड़े स्तर पर होगा आयोजन


उन्होंने कहा कि सभी फैकल्टी मेंबर्स, ऑफिसर्स, रिसर्च स्कॉलर्स और स्टूडेंट्स इस इवेंट को सफल बनाने में सक्रिय रूप से शामिल रहे हैं. कुलपति ने कहा कि इस कार्यक्रम में केंद्र सरकार, जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन के गणमान्य व्यक्ति, 17 अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि, 4 अंतरराष्ट्रीय वक्ता, 12 राष्ट्रीय वक्ता और 26 राष्ट्रीय प्रतिनिधि शामिल होंगे. "  साथ ही दुनिया भर के विश्वविद्यालयों से प्रतिभागियों को आमंत्रित भी किया गया है.


वीसी ने कहा, जलवायु परिवर्तन के महत्वपूर्ण पहलुओं पर चार पैनल चर्चाएं तकनीकी विचार-विमर्श के दौरान आयोजित की जाएंगी. विषय के महत्व पर प्रकाश डालते हुए, वीसी ने कहा, "हमने इस विषय को जानबूझकर देश के लिए और विशेष रूप से हमारे युवाओं के लिए महत्व को देखते हुए चुना है. क्योंकि जलवायु पर बातचीत और संवाद में युवाओं की भागीदारी जरूरी है.”


इस विषय को चुनने का महत्वपूर्ण कारण ये भी है कि हम हिमालयी क्षेत्र में रहते हैं, जो भूस्खलन, बाढ़ और हिमस्खलन जैसी विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं से ग्रस्त है. जम्मू-कश्मीर केन्द्र शासित प्रदेश भी भूकंपीय क्षेत्र-V में आता है और इसलिए भूकंप की चपेट में है.


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