G-20 Summit In Bali: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) बुधवार (16 नवंबर) को इंडोनेशिया के बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन (G-20 Summit) के दौरान आठ देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी इंडोनेशिया, स्पेन, फ्रांस, सिंगापुर, जर्मनी, इटली, ऑस्ट्रेलिया और यूनाइटेड किंगडम के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे. पीएम मोदी की इन देशों के साथ द्विपक्षीय बैठक काफी अहम मानी जा रही है. इसमें इन देशों के साथ द्विपक्षीय समझौते पर सहमति दिए जाने की संभावना है. 


पीएम मोदी का शड्यूल


इससे पहले पीएम मोदी ने सुबह जी 20 नेताओं के साथ इंडोनेशिया के बाली में स्थित मैनग्रोव फॉरेस्ट का दौरा किया. जहां उन्होंने तमाम जी20 नेताओं के साथ पौधारोपण कार्यक्रम में भाग लिया. इसके बाद पीएम मोदी ने 8 देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय मुलाकात की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह 11 बजे से G20 शिखर बैठक का डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन सत्र आयोजित में शरीक होंगे. दोपहर 12:30 बजे इंडोनेशिया भारत को G20 की अध्यक्षता सौंपेगा. इसके बाद पीएम मोदी द्विपक्षीय तमाम नेताओं के साथ द्विपक्षीय मुलाकातें करेंगे. शाम 4 बजकर 15 मिनट पर पीएम मोदी बाली से दिल्ली के लिए रवाना होंगे.


चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से हुई मुलाकात


इससे पहले मंगलवार (15 नवंबर) को जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान आयोजित डिनर की मेज पर पीएम नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (XI Jinping) के बीच मुलाकात और बातचीत हुई. भारतीय खेमे के सूत्रों के मुताबिक, यह केवल एक शिष्टाचार मुलाकात थी. इस मुलाकात में केवल सामान्य शिष्टाचार के विषय पर बात हुई. चीन में राष्ट्रपति शी जिनपिंग के तीसरा कार्यकाल शुरू करने के बाद उनकी यह पहली विदेश यात्रा थी. साथ ही दोनों नेताओं के बीच 24 महीने के बाद ये आमने-सामने की पहली मुलाकात थी.


ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक से मिले प्रधानमंत्री मोदी


जी-20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन पीएम मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक (Rishi Sunak) से भी मुलाकात की. यह मुलाकात जी 20 सम्मेलन के दौरान हुई है. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच काफी देर तक बातचीत हुई. सुनक ने हाल ही में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री की कुर्सी संभाली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा, ''ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को देखकर खुशी हुई. आने वाले समय में साथ काम करने के लिए उत्सुक हूं.''


जी-20 ने की रूस के रवैये की कड़ी निंदा 
 
जी-20 समूह की ओर से मंगलवार (15 नवंबर) को बयान जारी कर रूस की आक्रामकता की कड़ी निंदा की गई. बयान में रूस के यूक्रेन के इलाकों से पूरी तरह और शांतिपूर्ण ढंग हटने की मांग भी की गई. गौरतलब है कि यूक्रेन को लेकर रूस के खिलाफ प्रतिबंधों पर अलग-अलग देशों की अलग-अलग राय है. हालांकि, जी-20 के बयान में यह भी कहा गया कि यह सुरक्षा मुद्दों को हल करने का मंच नहीं है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन (Vladimir Putin) जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं हुए हैं.


भारत को मिलेगी G-20 की अध्यक्षता


इंडोनेशिया के राष्ट्रपति बाली शिखर सम्मेलन के समापन समारोह में भारत को G-20 की अध्यक्षता सौंपेंगे. भारत आधिकारिक तौर पर 1 दिसंबर 2022 से जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण करेगा. इसके बाद भारत 2023 में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा. 


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