दो दिवसीय जी20 शिखर सम्मेलन 10 सितंबर को समाप्त हो गया. सम्मेलन के सफल आयोजन की पूरी दुनिया के नेता तारीफ कर रहे हैं. भारत के आतिथ्य और सफल शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता के लिए विश्व नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ कर रहे हैं. जी20 सम्मेलन में विश्व नेताओं ने मिलकर कई अहम फैसलों पर सहमति बनाई. आइए जानते है जी20 से भारत को क्या-क्या मिला-


दिल्ली डिक्लेरेशन
दिल्ली डिक्लेरेशन (यूक्रेन पर रूस-चीन की सहमति) में यूक्रेन में व्यापक न्यायसंगत और स्थाई शांति का आह्वान किया गया. प्रधानमंत्री मोदी ने वैश्विक विश्वास में कमी को खत्म करने का आह्वान किया. जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने कहा कि ये जी20 का पहला डॉक्यूमेंट निकला है, जिसमें सारे 83 डॉक्यूमेंट में 100 प्रतिशत सारे देशों की सहमति है. बाली की तुलना में ज्यादा स्ट्रोंग भाषा दिल्ली में इस्तेमाल की गई, लेकिन ये संतुलन में है किसी की निंदा नहीं करती.


एटमी हथियारों का इस्तेमाल स्वीकार्य नहीं
जी20 में सदस्य देशों के इलाकों पर कब्जा करने के लिए ताकत के इस्तेमाल या किसी भी देश की क्षेत्रीय अखंडता के खिलाफ काम करने से बचने का भी आग्रह किया गया. सबसे ज्यादा जोर इस पर दिया गया कि न्यूक्लियर हथियारों का इस्तेमाल या इन्हें चलाने की धमकी अस्वीकार्य हो. डेढ साल से रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग में कई बार रूस ने एटमी हमले की धमकी दी. दिल्ली घोषणापत्र में रूस ने भी कह दिया कि एटमी हमला न्यायसंगत नहीं है. 


इंडिया-मिडिल ईस्ट-यूरोप कॉरिडोर
जी20 सम्मेलन में आईएमईसी कॉरिडोर का भी ऐलान किया गया, जो चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) या सिल्क रूट को टक्कर देगा. यह कॉरिडर दुबई पोर्ट, सऊदी अरब के रियाद, इजरायल के हाइफा से होते हुए ग्रीस तक पहुंचेगा. यूरोप तक सीधी पहुंच से भारत के लिए आयात और निर्यात सस्ता होगा. समुद्री और रेल के रास्ते 6 हजार किलोमीटर लंबा कॉरिडोर तैयार किया जाएगा. कुल रूट का 35 किलोमीटर समुद्री मार्ग होगा. चीन का बीआरआई प्रोजेक्ट समुद्री और जमीनी रूट पर बनाया जा रहा है, जो भारत को चारों तरफ से घेरता है.


ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंस
जी20 समिट में बायोफ्यूल अलायंस लॉन्च किया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि समय की मांग है कि देश फ्यूल ब्लेंडिंग के क्षेत्र में साथ मिलकर काम करें. उन्होंने पेट्रोल में इथेनॉल ब्लेंडिंग को वैश्विक स्तर पर 20 फीसद तक ले जाने की पहल की जाए. पेड़-पौधों, अनाज, शैवाल और फूड वेस्ट से बनने वाले ईंधन को बायोफ्यूल कहा जाता है. इसका इस्तेमाल बढ़ने से पेट्रोल-डीजल पर निर्भरता घटेगी और पर्यावरण प्रदूषण भी कम होगा.


जी20 बना जी21 
अफ्रीकन यूनियन को स्थाई सदस्यता मिलने के साथ ही जी20 अब जी21 बन गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मेलन के दौरान कहा कि जी 20 के सभी देशों ने अफ्रीकन यूनियन को शामिल करने के प्रस्ताव पर सहमति दी, जो कि एक ऐतिहासिक कदम है. इसी के साथ अफ्रीकन यूनियन के अध्यक्ष अजाली असौमानी ने अपना स्थान ग्रहण कर लिया.


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