G-7 देशों के समूह ने अफगानिस्तान में तालिबान के महिलाओं और युवतियों पर लगाए गए प्रतिबंधों की निंदा की है. उन्होंने कट्टरपंथी इस्लामी समूह पर देश को अलग-थलग करने का आरोप लगाया है. कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली जापान, ब्रिटेन समेत संयुक्त राज्य अमेरिका के विदेश मंत्रियों ने एक बयान जारी कर कहा कि, "हम तालिबान में महिलाओं और युवतियों पर लगे गए प्रतिबंध को हटाने के लिए तत्काल कदम उठाने का आह्वान करते हैं." 


मंत्रियों ने कहा कि, महिलाओं और युवतियों के अधिकारों को प्रतिबंधित कर तालबिन खुद को अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अलग करने में लगा है. दरअसल, तालिबान ने बीते साल अफगानिस्तान पर कब्जा किया था. इस दौरान उन्होंने 1996 से 2001 तक सत्ता में अपने पहले कार्यकाल की तुलना में नरम शासन का वादा किया था लेकिन उन्होंने अफगानिस्तान के लोगों पर तेजी से कड़े प्रतिबंध लगा दिए.


बुर्के में रहने का आदेश


बता दें, देशभर में महिलाओं और युवतियों पर अकेले यात्रा करने पर प्रतिबंध है. बीते हफ्ते अधिकारियों ने महिलाओं को सार्वजनिक रूप से पूरी तरह बुर्का से ढकने का आदेश दे दिया है. G-7 के विदेश मंत्री जमर्नी में तीन दिवसीय बैठक के लिए एकत्र हुए. अफगानिस्तान में प्रतिबंध के अलावा यूक्रेन-रूस युद्ध पर भी आ चर्चा की योजना है.


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