गढ़चिरौली पुलिस ने एक ऐसे नक्सल को गिरफ्तार किया है जिसकी तलाश महाराष्ट्र पुलिस को कई दिनों से थी.  इसके ऊपर 16 लाख का इनाम भी रखा गया था. गिरफ्तार किए गए नक्सल का नाम टिपागड डिव्हीसी किशोर उर्फ गोंगलु उर्फ सोबू घीसू कवड़ो है. इसकी एजेंसियों को कई दिनों से तलाश थी. कवड़ो नक्सल का कमांडर है.


गढ़चिरौली एसपी अंकित गोयल ने एबीपी न्यूज को बताया कि 29 मार्च के दिन पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी जिसमे 5 नक्सलियों की मौत हो गयी थी. इसमें दो महिला नक्सली भी शामिल थीं.

गढ़चिरौली पुलिस को एक जानकारी मिली थी कि किशोर कवड़ो नाम का नक्सली उसी दिन की मुठभेड़ में जख्मी हो गया था, उस दिन उसके पैर पर पुलिस की एक गोली लग गयी थी. फिर उसके साथी नक्सल कवड़ो को अकेले तड़पते हुए छोड़ वहां से अपनी जान बचाकर भाग गए थे.

पुलिस को अपने लोकल इंटेलिजेंस से जानकारी मिली कि कवड़े किसी नक्सली विचारधारा से प्रभावित व्यक्ति के घर पर छुपकर बैठा हुआ है. जिसके बाद नक्सल पुलिस की एक स्पेशल टीम ने सर्च ऑपरेशन किया और कवडे को धरदबोचा. पुलिस ने इस मामले में कट्टर नक्सल समर्थ गणपत कोल्हे को भी गिरफ्तार किया था. कोल्हे ने ही कवड़े को अपने घर मे छुपने के लिए पनाह दी थी.

गोयल ने बताया कि कवड़े पर कई संगीन मामले दर्ज है रिकॉर्ड के मुताबिक 22 बार नक्सल और पुलिस की मुठभेड़ में वो शामिल था और पुलिस वालों पर जमकर गोलियां बरसाई थी. 8 हत्या का मामला, 6 बार आग लगाकर सार्वजनिक और निजी संपत्ति का नुकसान करना, और 6 दूसरे गंभीर मामले दर्ज हैं.  फिलहाल कवडे पर नागपुर के सरकारी अस्पताल में इलाज शुरू है.