ISRO Human Rated Vikas Engine Test Campaign: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) को गगनयान मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम लिए एक और सफलता मिली है. इसरो ने गगनयान कार्यक्रम के L110 चरण के लिए ह्यूमन रेटेड विकास इंजन के परीक्षण अभियान का सफल समापन कर लिया है.


इसरो ने जानकारी दी कि महेंद्रगिरि के इसरो प्रोपल्सन कॉम्पलेक्स (IPRC) में गुरुवार (6 अप्रैल) को ह्यूमन रेटेड L110-G विकास इंजन का आखिरी लंबी अवधि का गर्म परीक्षण सफलतापूर्वक कर लिया गया, जोकि 240 सेकेंड की योग्यता अवधि के लिए निर्धारित था.


इसरो ने परीक्षण को बताया मील का पत्थर  


इसरो ने बताया कि इस परीक्षण का सफल समापन गगनयान के मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम में एक प्रमुख मील का पत्थर है. परीक्षण के लिए ह्यूमन रेटेड लॉन्च व्हीकल (LVM3-G) के एयर-लिट लिक्विड कोर स्टेज में दो एल110-जी विकास इंजन कलस्टर कॉन्फिग्रेशन (समूह विन्यास) में लगाए गए थे. इसरो ने बताया कि इस परीक्षण के साथ इंजन के सभी निर्धारित योग्यता परीक्षण सफलतापूर्वक पूरे कर लिए गए हैं.


इसरो ने बताया कि गगनयान के लिए एल110 चरण को डिजाइन करने और उसे अमली जामा पहनाने का काम लिक्विड प्रोपल्सन सिस्टम्स सेंटर (LPSC) में किया गया. असेंबली (चीजों को इकट्ठा करने), इंटीग्रेशन (एकीकरण) और परीक्षण का काम इसरो प्रोपल्सन कॉम्पलेक्स (आईपीआरसी) में किया गया. वहीं, विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (VSSC) की ओर से इंजन गिंबल कंट्रोल सिस्टम विकसित किया गया था.


तीन की साल की अवधि में इसरो को मिली अहम उपलब्धि


इसरो के मुताबिक, विकास इंजन पंप-फेड गैस जनरेटर साइकल में स्टोरेबल प्रोपलेंट्स का इस्तेमाल करता है. इंजन के गर्म परीक्षण आईपीआरसी के प्रिंसिपल टेस्ट स्टैंड में चरण-दर-चरण तरीके से किए गए. 1215 सेकेंड की कुल अवधि में 9 इंजनों के 14 गर्म परीक्षण किए गए, जिसमें 240 सेकंड के चार लंबी अवधि के परीक्षण शामिल थे. इसरो तीन साल की छोटी अवधि के भीतर ह्यूमन रेटेड एल110-जी विकास इंजन योग्यता को पूरा कर सका है. ये परीक्षण इसरो प्रमुख एस सोमनाथ और अन्य सभी वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में किए गए.


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