ISRO Gaganyaan Mission: भारत के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन को लेकर सरकार ने बुधवार (15 मार्च) को बयान जारी किया है. राज्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह (Jitendra Singh) ने लोकसभा (Lok Sabha) में बताया कि इस मिशन के टेस्ट रॉकेट के साथ चार अबॉर्ट मिशनों में से पहला गगनयान मिशन इसी साल मई के लिए निर्धारित किया गया है. 


जितेंद्र सिंह ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि पहला टेस्ट रॉकेट मिशन, TV-D1, मई 2023 के लिए निर्धारित किया गया है. इसके बाद 2024 की पहली तिमाही में दूसरा परीक्षण रॉकेट TV-D2 मिशन और गगनयान (LVM3-G1) का पहला मानव रहित मिशन निर्धारित है. 


2024 के आखिर में लॉन्च होगा गगनयान मानव मिशन


केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि रोबोटिक पेलोड के साथ टेस्ट व्हीकल मिशन (TV-D3 और D4) और LVM3-G2 मिशन की अगली श्रृंखला की योजना बनाई गई है. सफल परीक्षण वाहन और अनक्रूड मिशन के परिणाम के आधार पर 2024 के अंत तक क्रू मिशन की योजना है. उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के बाद गगनयान से संबंधित गतिविधियों में अच्छी प्रगति हुई.


अक्टूबर 2022 तक 3,040 करोड़ रुपये किए खर्च


उन्होंने कहा कि 30 अक्टूबर 2022 तक गगनयान कार्यक्रम के लिए कुल 3,040 करोड़ रुपये खर्च किए गए. मानव-रेटेड लॉन्च व्हीकल सिस्टम (HLVM3) का परीक्षण हो गया है और इसे योग्य बताया है. उच्च मार्जिन के लिए सभी प्रणोदन प्रणालियों का परीक्षण पूरा हो गया है.


जितेंद्र सिंह (Jitendra Singh) ने कहा कि क्रू एस्केप सिस्टम के प्रदर्शन के लिए टेस्ट व्हीकल टीवी-डी1 मिशन तैयार किया गया है और पहली उड़ान के लिए तैयारी की है. टीवी-डी1 मिशन के लिए क्रू मॉड्यूल स्ट्रक्चर भी तैयार है. सभी क्रू एस्केप के स्थिर परीक्षण सिस्टम मोटर्स को पूरा कर लिया गया है. बैच परीक्षण प्रगति पर है. 


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