चेन्नई: तूफान ‘गज’ देर रात तमिलनाडु के नागपट्टिनम से टकराया, इसके साथ ही तेज बारिश शुरू हो गई. तूफान के पहुंचने के दौरान इसकी रफ्तार 100 से 110 किलोमीटर प्रतिघंटा के बीच थी जो बढ़कर 120 किलोमीटर प्रतिघंटा तक पहुंच गई. राज्य सरकार ने तूफान की चपेट में आ सकने वाले जिलों में अपने तंत्र को पूरी तरह से अलर्ट कर रखा है.
तमिलनाडु राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, निचले इलाकों से 76,290 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है. इन सभी को नागपट्टिनम, पुदुकोट्टई, रामनाथपुरम और तिरूवरूर सहित छह जिलों में स्थापित 300 से ज्यादा राहत शिविरों में रखा गया है.
मौसम विभाग का कहना है कि चक्रवातीय तूफान के पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले छह घंटे में कमजोर पड़ने की संभावना है. इस दौरान नागपट्टिनम, तिरूवरूर और तंजावुर में भारी बारिश हुई. कई क्षेत्रों में पेड़ उखड़ गए. चक्रवात के मद्देनजर यहां और तटवर्ती क्षेत्रों में कई जगहों पर बिजली आपूर्ति बाधित रही.
नागपटि्टनम, तिरूवरूर, कुड्डालोर और रामनाथपुरम सहित सात जिलों में शैक्षाणिक संस्थानों में छुट्टी घोषित कर दी गयी है और कल सरकार ने निजी कंपनियों और प्रतिष्ठानों से अपने कर्मचारियों को जल्द वापस भेजने को कहा ताकि वे जल्दी घर पहुंच सकें.
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य बल की टीमों को तैनात किया गया है. रामेश्वरम से मिली खबर के मुताबिक, धनुषकोटी के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया और पर्यटकों के प्रवेश पर रोक लगा दी गयी. पुडुचेरी में मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने हालात से निपटने के लिए विभिन्न विभागों की तैयारियों की समीक्षा की. कृषि मंत्री आर कमलक्कन नागपट्टिनम से 20 किलोमीटर दूर कराईकल में हैं. उन्होंने कहा कि चक्रवात से प्रभावित क्षेत्र में राहत केंद्र खोले गए हैं.