एटाः उत्तर प्रदेश के एटा जनपद में जिला पंचायत चुनाव में मतगणना के दौरान धांधली की बात निकल कर सामने आई है. यहां मतगणना से आक्रोशित 5 बीजेपी विधायक बीती रात जिला अधिकारी के कार्यालय के सामने सैकड़ों बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठ गए. जिससे जिला प्रशासन बैक फुट पर आया और आनन फानन में रात 12.30 बजे वार्ड संख्या 10 से जीत का प्रमाणपत्र पा चुकी साधना देवी का प्रमाण पत्र निरस्त कर बीजेपी के प्रत्याशी गजेंद्र सिंह धनगर को दे दिया गया.
बीजेपी प्रत्याशी गजेंद्र सिंह धनगर को मिला जीत का प्रमाण पत्र
एटा जनपद में जिला पंचायत चुनाव की मतगणना में धांधली के खिलाफ़ बीजेपी के 5 विधायकों और सैकड़ों पदाधिकारियों का जिला अधिकारी एटा डॉ0 विभा चहल के कार्यालय के सामने दिए गए धरने का बड़ा असर हुआ और धांधली के तहत वार्ड नंबर 10 से जीत का प्रमाण पत्र प्राप्त कर चुकी सपा प्रत्याशी साधना देवी का प्रमाण पत्र निरस्त कर बीजेपी प्रत्याशी गजेंद्र सिंह धनगर को जीत का प्रमाण पत्र दे दिया गया.
एटा के बीजेपी सांसद राजवीर सिंह ने कहा कि इस के अतीरिक्त वार्ड संख्या 16 पर भी धांधली हुई है. उन्होंने कहा कि वे इस मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ आज ही कारवाही करवाएंगे. उन्होंने कहा कि उनकी जिला अधिकारी एटा डॉ0 विभा चहल से लगातार बात चल रही है और इस पूरे मामले की जांच करवा कर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी.
998 मतों से मिली विजय
जिला प्राशशन ने बीजेपी के पूर्व में हराये गए वार्ड नंबर 10 के प्रत्याशी गजेंद्र पाल धनगर को रात 12.30 बजे जीत का प्रमाण पत्र दिया गया. बीती रात गजेंद्र पाल धनगर 998 मतों से समाजवादी पार्टी की वार्ड संख्या 10 की उम्मीदवार साधना सिंह से विजयी घोषित हुए.
पूर्व में मतगड़ना में धांधली करके समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार साधना सिंह को जीत का प्रमाण पत्र दे दिया गया था. जिसके बाद बीजेपी विधायकों ने मतगड़ना में धांधली करने वाले आरओ राम हरि के खिलाफ एफआईआर करने की मांग भी की है.
धांधली के खिलाफ 5 विधायकों ने दिया धरना
इसी धांधली के विरोध में बीती रात बीजेपी के 5 विधायकों धर्मवीर प्रजापति, वीरेंद्र लोधी, संजीव दिवाकर और सत्यपाल सिंह राठौर, टूंडला के बीजेपी विधायक प्रेमपाल धनगर, बीजेपी जिला अध्यक्ष संदीप जैन, पूर्व एमएलसी प्रत्येन्द्र पाल ने जिला अधिकारी कार्यालय के सामने धरना दिया था. बीजेपी विधायकों की अब कई अन्य वार्डो पर भी हुई धांधली को ठीक कर बीजेपी प्रत्याशियों को विजयी घोषित करने की मांग जिला प्रशासन से की है.
बता दें कि पहले धांधली करके एटा जनपद के जिला पंचायत सदस्य के वार्ड नंबर 10 से समाजवादी की प्रत्याशी साधना देवी को 348 मतों से विजयी घोषित कर प्रमाण पत्र दे दिया गया था. जिसके दो दिन बाद बीजेपी के 5 विधायकों ने जिला अधिकारी कार्यालय के सामने धरना देने पर बीती रात बीजेपी के प्रत्याशी गजेंद्र धनगर को 998 मतों से जीत का प्रमाण पत्र दे दिया गया.
जिला प्रशासन का कहना है कि टेबुलेशन में भूल होने के कारण ये गड़बड़ी हो गयी थी, जिसे सुधारते हुए साधना देवी को पूर्व में दिया जा चुका जीत का प्रमाण पत्र निरस्त कर बीजेपी के विजयी प्रत्याशी गजेंद्र धनगर को दिया गया है. इस पूरे मामले में आरओ राम हरि के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की बात भी चल रही है. इस पूरे मामले के जिला प्रशासन ने कैमरे पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.
इसे भी पढ़ेंः
तथागत रॉय ने कहा- बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने मुझे दिल्ली बुलाया, चुनाव परिणाम के बाद इन नेताओं पर उठाए थे सवाल