नई दिल्ली: सचिन पायलट के बीजेपी में जाने संबंधी खबरों के खंडन के बाद केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने प्रतिक्रिया दी है. बुधवार को उन्होंने कहा कि पायलट और बीजेपी के बीच कोई बातचीत नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता गहलोत सरकार की विदाई के दिन गिन रही है. अब ये दिन कितने होंगे ये तो आना वाला समय ही बताएगा.


शेखावत का अशोक गहलोत पर आरोप


शेखावत ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर पायलट को कांग्रेस से बाहर करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ‘‘पायलट को अभी उप मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ के पद से हटाया गया है, लेकिन अब उन्हें कांग्रेस से बाहर करने की लड़ाई लड़ी जा रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का ताजा बयान उसका स्पष्ट संकेत है.’’ इससे पहले गहलोत ने सरकार को गिराने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त और सबूत होने की बात कही थी. उन्होंने बिना नाम लिए दावा किया था कि पायलट सीधे तौर पर बीजेपी के साथ विधायकों की खरीद-फरोख्त में शामिल थे.


सरकार गिराने का पहले भांडाफोड़ क्यों नहीं किया


गहलोत के आरोप पर केंद्रीय मंत्री ने पूछा कि अगर मुख्यमंत्री को इसकी जानकारी थी तो उन्होंने खुलासा पहले क्यों नहीं किया. उन्होंने कहा, ‘‘इतने दिन तक उन्होंने सबूतों को क्यों छिपाकर रखा. कौन-कौन लोग इसमें शामिल हैं. किन-किन लोगों के माध्यम से ये किया गया. इस सब की जानकारी आपको पहले से थी तो आपने पहले भांडाफोड़ क्यों नहीं किया. ये किसके साथ साझा किया था, आपको अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए.’’


अविश्वास प्रस्ताव पर कहा-समय आने दीजिए


कांग्रेस सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के सवाल पर शेखावत ने कहा, ‘‘समय आने दीजिए, वो भी हो जाएगा. इसमें किसी को कोई अंदेशा नहीं होना चाहिए.’’ उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में लोकतंत्र की 'हत्या' के प्रयास हो रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘डंडे के जोर से विधायकों को बांधकर रखा गया है. मुझे आश्चर्य हो रहा है कि 21वीं सदी में विधायकों को जबरदस्ती अगवा करके पुलिस के माध्यम से कैंप में डाला जा रहा है. इससे शर्मनाक शायद कुछ हो नहीं सकता है.’’


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