नई दिल्ली: चीन के साथ हाल में ही गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में देश के 20 जवान शहीद हो गए. मां भारती का कर्ज चुकाते हुए सरहद की रक्षा को ही अपनी प्रातमिकता समझने वाले जवानों की शहादत के बाद उनके परिवार की जिम्मेदारी सबसे बड़ा सवाल होता है. गलवान घाटी में शहीद हुए भारतीय सैनिकों में कर्नल संतोष बाबू भी एक सैनिक थे. अब उनकी शहादत के बाद उनकी पत्नी को तेलंगाना सरकार ने डिप्टी कलक्टर नियुक्त किया है.


तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने इस बात की घोषणा की और कर्नल संतोष की पत्नी को सूर्यपेट जिले का डिप्टी कलक्टर बनाया है.


तेलंगाना सरकार का ये फैसला काफी सराहनीय है क्योंकि शहीद संतोष जिन्होंने देश के लिए अपना कर्तव्य निभाया उनके परिवार के प्रति भी देश और सरकार की जिम्मेदारी थी.


बता दें कि 15 जून को चीन के साथ भारतीय सैनिकों की LAC यानी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर हिंसक झड़प हो गई थी. इस झड़प में 20 जवान शहीद हो गए. कर्नल संतोष बाबू 16 बिहार रेजीमेंट के कमांडिंग ऑफिसर थे.


कर्नल संतोष खुद भी तेलंगाना के सूर्यकोट के रहने वाले थे. तेलंगाना सरकार ने न सिर्फ उनकी पत्नी को डिप्टी कल्कटर के पद पर नौकरी दी बल्कि उनके परिवार को मुआवजे के तौर पर पांच करोड़ रुपये भी दिए हैं. इसके साथ ही 600 गज जमीन भी शहीद संतोष के परिवार के देने का राज्य सरकार ने फैसला किया है.