Bihar News: साल 2020 में गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प में भारत ने कई वीर सपूतों को खोया था. इन वीरों में एक नाम जय किशोर सिंह का भी था. वहीं अब उनके पिता के साथ बदसलूकी व मारपीट करने का मामला सामने आया है. आरोप है कि शहीद के पिता राज कपूर सिंह अपने बेटे का स्मारक बनवाना चाहते थे और भूमि विवाद से जुड़े मामले में पुलिस ने उनको कथित तौर पर गिरफ्तार कर लिया.
न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक, राज कपूर सिंह के दूसरे बेटे नंद किशोर सिंह ने वैशाली पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. नंद किशोर सिंह भी फौजी हैं. हालांकि, वैशाली पुलिस अधीक्षक एसपी मनीष ने कहा कि जैसा कि परिवार ने आरोप लगाया है, "कोई हमला नहीं हुआ है" और "गिरफ्तारी कानून के अनुसार की गई है."
कहां से शुरू हुआ विवाद?
दरअसल, हरिनाथ राम और राज कपूर सिंह चकफतेह गांव (वैशाली) में अपनी जमीन की सीमा साझा करते हैं. उनके सामने बिहार सरकार की जमीन है. जय किशोर सिंह की मृत्यु के बाद बिहार सरकार और केंद्र सरकार के कई मंत्रियों परिवार से मुलाकात की और एलान किया कि उनके नाम पर एक स्मारक बनाया जाएगा. हालांकि, जमीन का आवंटन नहीं किया गया.
स्मारक निर्माण पर बनी सहमति
इसके बाद ग्रामीणों ने सरकारी जमीन पर स्मारक बनाने का फैसला किया, जिस पर शिकायतकर्ता हरिनाथ ने आपत्ति जताई. एक पंचायत बुलाई गई, जहां जंदाहा ब्लॉक के अंचल अधिकारी (जो भूमि रिकॉर्ड की देखभाल करते हैं) उसी जमीन पर स्मारक बनाने के लिए सहमत हुए. इस बात पर सहमति हुई कि राज कपूर सिंह आसपास की जमीन खरीदकर हरिनाथ को दे देंगे और बाद वाला अपना टुकड़ा खाली कर देंगे.
23 जनवरी को दी गई शिकायत
पंचायत के बाद निर्माण कार्य शुरू हुआ और जैसी ही स्मारक का ढांचा पूरा होने वाला था तो हरिनाथ ने फिर आपत्ति जताई और 23 जनवरी को राज कपूर सिंह के खिलाफ एससी/एसटी अधिनियम के तहत मामला दर्ज करवाया. 25 फरवरी को रात करीब 11 बजकर 40 मिनट पर राज कपूर सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया.
परिवार ने लगाया मारपीट का आरोप
परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि उन्हें कई बार पीटा गया, गालियां दी गईं और पुलिस अधिकारी जबरन पुलिस वैन में ले गए. इतना ही नहीं, परिजनों ने थाने में मारपीट करने का भी आरोप लगाया है. परिवार ने आरोप लगाया है कि सिंह के खिलाफ झूठा मामला लगाया गया और एससी/एसटी एक्ट का दुरुपयोग किया जा रहा है.