नई दिल्ली: चीन की एक बड़ी धोखेबाजी सामने आई है. सूत्रों के मुताबिक, गलवान घाटी में हिंसा वाली जगह पर चीन ने टेंट लगा दिए हैं. जहां हिसंक झड़प हुई थी चीन ने वहीं पर फिर से अपने टेंट लगा दिए हैं. गलवान घाटी के पेट्रोलिंग प्वाइंट 14 पर ये टेंट लगाए गए हैं. ये वही जगह है जहां पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच में झड़प की घटनाएं हुई थीं. बाद में दोनों देशों की तरफ से ये प्रयास किए गए कि यहां तनाव घटाया जाए लेकिन एक बार फिर चीन अपने वादों से मुकर गया है. चीन का ये फैसला तनाव बढ़ा सकता है.
चीन की कथनी और करनी में अंतर
बुधवार को ही करीब ढाई घंटे की बैठक दोनों देशों के अधिकारियों के बीच हुई है. इस बैठक में चीन ने कहा कि वह डिसइंगेजमेंट के प्लान पर काम करने के लिए सहमत है. उसने तनाव घटाने के लिए कदम उठाए जाने की बात पर भी सहमति जताई.
इससे पहले भी चीन के साथ हुई थी बैठक
इससे पहले दोनों देशों के बीच 5 जून को भी संयुक्त सचिव स्तर का संवाद हुआ था. इसके बाद 6 जून को दोनों देशों के बीच चुशूल में सैन्य कमांडर स्तर की बातचीत हुई थी. वहीं सोमवार को दोनों देशों के कोर कमांडर्स की हुई मैराथन बैठक के बाद डिसइंगेजमेट का फैसला लिया गया था लेकिन ऐसी जगह पर फिर टेंट खड़े करना, चीन की पैतरेबाजी को दिखाता है.
हिंसक झड़प में चीन को भी हुआ था नुकसान
पीपी-14 (यानी पेट्रोलिंग प्वाइंट 14) पर ही हिंसक झड़प हुई थी. हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे. इसके साथ ही बड़ी संख्या में चीनी सैनिक भी हताहत हुए थे.
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