चुनाव में करारी हार के बाद एक्टिव हुआ बागी गुट, G23 की बैठक में लगाया गया गांधी परिवार पर चाटुकारों से घिरे होने का आरोप
पांच राज्यों में करारी हार के बाद कांग्रेस के अंदर बागी G23 गुट एक बार फिर सक्रिय हो गया है.
पांच राज्यों में हुई करारी हार के बाद कांग्रेस के अंदर बागी G23 गुट एक बार फिर सक्रिय हो गया है. गुलाम नबी आज़ाद के घर बुधवार देर रात हुई बैठक में तमाम अन्य मुद्दों के अलावा गांधी परिवार के सदस्यों के करीबी नेताओं समेत सलाहकारों पर भी गंभीर सवाल उठाए गए. जहां राजनीतिक आपत्तियां संगठन महासचिव के.सी वेणुगोपाल, महासचिव अजय माकन और रणदीप सुरजेवाला जैसे नेताओं पर उठाई गई वहीं लगातार राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के करीबी गैर राजनीतिक सलाहकारों पर भी सवाल उठ रहे हैं.
आपको बताते हैं कौन-कौन है दोनों ही नेताओं के कार्यालय में अहम भूमिका में
राहुल गांधी की बात करें तो उनके दफ्तर में सबसे प्रभावशाली कनिष्क सिंह को माना जाता है जो राहुल गांधी के पुराने मित्र और भरोसेमंद भी हैं और उनके सलाहकार की भूमिका भी निभाते हैं. इनके अलावा कौशल विद्यार्थी और अलंकार राहुल गांधी के दफ्तर में बहुत अहम भूमिका निभाते हैं और दोनों ही उनके निजी सचिव भी हैं. अगर किसी नेता या कार्यकर्ता को राहुल गांधी से मिलने का समय चाहिए हो तो यही दोनों संपर्क का माध्यम भी होते हैं. इसके अलाव बतौर सचिव यही दोनों राहुल गांधी के साथ सभी कार्यक्रमों और एप्वाईटमेट के वक्त भी मौजूद होते हैं.
इनके अलावा राहुल गांधी के सलाहकार की भूमिका सचिन राव भी निभाते हैं. कांग्रेस की वरिष्ठ नेता रहीं मारग्रेट आलवा के बेटे निखिल आलवा राहुल गांधी के मीडिया सलाहकार हैं. हालांकि G23 की बैठक में निशाना केवल राजनीतिक सलाहकारों पर साधा गया पर समय-समय पर कुछ नेताओं के निशाने पर ये सभी लोग भी रहे हैं.
संदीप सिंह हैं प्रियंका गांधी के सबसे करीबी सलाहकार
अब अगर बात करें प्रियंका गांधी की तो लंबे समय से उनके सबसे करीबी सलाहकार संदीप सिंह हैं जो कि राजनीति रणनीतियां बनाने में भी सक्रिय भूमिका निभाते हैं और मीडिया सलाहकार के तौर पर भी काम करते हैं. संदीप सिंह के अलावा प्रियंका गांधी के राजनीतिक कार्यक्रमों में और मीडिया मैनेजमेंट की भूमिका में मोहित शर्मा भी शामिल हैं. इसमें प्रियंका की टीम के एक आद और सहयोगी भी साथ देते हैं. कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी के दफ्तर में अहमद पटेल के निधन के बाद कुछ सीमित हद तक पार्टी की वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी सलाहकार की भूमिका निभा रहीं हैं और उनके अलावा सोनिया गांधी के सचिव के तौर पर माधवन सालों से उनके साथ हैं.
यह भी पढ़ें.
21 मार्च को दोपहर 3 बजे योगी आदित्यनाथ लेंगे CM पद की शपथ, मंत्रियों की लिस्ट पर हुआ मंथन