Jammu Kashmir Lastest News: पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने तीखे हमले करते हुए केंद्र सरकार और बीजेपी की जमकर आलोचना की है. उन्होंने कहा कि मुझे तो इस सरकार से उम्मीद नहीं है, क्योंकि सिलसिलेवार तरीके से जम्मू कश्मीर को कमजोर किया जा रहा है. सरकार लोकतंत्र से नहीं, मनमर्जी से चल रही है. जम्मू कश्मीर को लेबोरेट्री बनाकर यहां किए जा रहे प्रयोग का हर जगह इस्तेमाल किया जा रहा है. अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार इस वक्त औपनिवेशिक मानसिकता से बाहर नहीं निकल पा रही है.
पीडीपी चीफ ने कहा कि यह दिखाने की कोशिश हो रही है कि अनुच्छेद 370 हटाने के बाद सब ठीक हो गया, लेकिन यह गलत है. हालात ठीक नहीं हैं, इसका ताजा नमूना वो सब्जी बेचने वाला लड़का है, जिसे गोली मार दी गई. मीडिया को आजादी नहीं है. लोगों को पासपोर्ट नहीं हासिल करने दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कई बार जम्मू-कश्मीर की सड़कों पर इतना खून बहता है कि उसे धोना पड़ता है.
मुशर्रफ ने की थी धोनी की तारीफ
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि क्रिकेट मैच में पाकिस्तान को चीयर करने वाले आगरा के लड़कों को अभी तक न्याय नहीं मिला है. मुझे वाजपेयी जी के दौर में भारत और पाकिस्तान के बीच का एक क्रिकेट मैच याद है. उस वक्त पाकिस्तान के नागरिक भारत के लिए जय-जयकार कर रहे थे और भारत के नागरिक पाकिस्तान की टीम के लिए जय-जयकार कर रहे थे. यहां तक कि पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने भी उस वक्त के भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की तारीफ की थी.
वाजपेयी जी से बड़ा स्टेट्समैन नहीं
वहीं कुछ दिन पहले आगरा में भारत-पाकिस्ताान के मैच के दौरान कुछ भारतीय युवाओं ने पाक क्रिकेट टीम की जय-जयकार की तो बवाबल हो गया. एक भी वकील उनका पक्ष लेने को तैयार नहीं है. ऐसे में ऐसा महसूस होता है कि 'गांधी का इंडिया', 'गोडसे के इंडिया' में बदलता जा रहा है. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि वाजपेयी से बड़ा स्टेट्समैन मैंने नहीं देखा. उन्होंने न केवल पड़ोसी मुल्क से बात की, बल्कि वो पाकिस्तान भी गए.
बातचीत केंद्र को करनी है
जम्मू कश्मीर की पार्टियों से बाचचीत के सवाल पर उन्होंने कहा कि बातचीत का प्रयास केंद्र सरकार को ही करना है. सबकुछ उनके ही हाथ में है. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हमारी पार्टी DDC का चुनाव लड़ेगी. मैं व्यक्तिगत तौर पर चुनाव नहीं लड़ूंगी, क्योंकि मैं ऐलान कर चुकी हूं कि, जब तक 370 बहाल नहीं होता, तब तक चुनाव नहीं लड़ूंगी. उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि DDC चुनावों में प्रचार नहीं करने दिया गया वहीं राजनीतिक प्रक्रिया भी अटकी हुई है.
इस माहौल में दम घुटता है
महबूबा मुफ्ती ने आगे कहा कि जब भी मैं कहीं जाना चाहती हूं तो हमारे घर पर ताले लग जाते हैं. मेरा इस माहौल में दम घुटता है. इस तरह के हालात में सबसे ज्यादा मुश्किल महिलाओं को है. उन्होंने कहा कि AFSPA का हटाया जाना BJP के साथ हुए समझौते का भी हिस्सा है. यह एक समझदारी होगी कि जहां भी आतंकी घटनाएं कम हों, वहां से AFSPA को हटाया जाए. केवल बंदूक के दम पर लोगों को साथ नहीं रख सकते.
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