(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Ganesh Chaturthi 2023: मैंगलोर यूनिवर्सिटी में गणेश चतुर्थी लेकर छिड़ा विवाद, BJP विधायक पर लगा कुलपति को धमकाने का आरोप
Ganesh Chaturthi 2023: प्रो. जयराज अमीन के अनुसार बीजेपी विधायक ने उन पर यूनिवर्सिटी के खर्च पर मंगला हॉल में गणेश चतुर्थी कार्यक्रम आयोजित किए जाने का दवाब बनाया.
Ganesh Chaturthi Celebration 2023: मैंगलोर यूनिवर्सिटी में गणेश चतुर्थी को लेकर विवाद सामने आया है. यहां के कुलपति ने बीजेपी नेता पर गणेश चतुर्थी मनाने को लेकर धमकी देने का आरोप लगाया है. मैंगलोर यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. जयराज अमीन का आरोप है कि बीजेपी विधायक वेदव्यास कामथ ने उन्हें यूनिवर्सिटी के मुख्य परिसर के मंगला सभागार में गणेश चतुर्थी समारोह आयोजित करने को लिए धमकी दी. कुलपति सचिवालय को लिखी चिट्ठी में प्रोफेसर अमीन ने गणेश चतुर्थी समारोह के लेकर बीजेपी विधायक की ओर से धमकी देने और दबाव बनाने की बात कही है.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक प्रो. जयराज अमीन के अनुसार 1 सितंबर को विधायक वेदव्यास कामथ बीजेपी नेता संतोष कुमार बोलियार, पूर्व सिंडिकेट सदस्य रमेश के और आठ अन्य लोगों के साथ उनके ऑफिस पहुंचे. वहां उन्होंने कुलपति प्रोफेसर से यूनिवर्सिटी के खर्च पर मंगला हॉल में गणेश चतुर्थी कार्यक्रम आयोजित किए जाने की बात कही. प्रोफेसर अमीन ने बताया कि बीजेपी विधायक ने उन पर दो घंटे तक दबाव डाला और उनकी बात नहीं मानने पर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन और आंदोलन करने की धमकी दी.
क्या है विवाद?
दरअसल, कई सालों से मंगल गंगोत्री परिसर में गणेश चतुर्थी समारोह मनाया जाता रहा है. कोरोना महामारी के कारण प्रोटोकॉल की वजह से गणेश चतुर्थी के कार्यक्रम को सभागार में स्थानांतरित कर दिया गया था. दिसंबर 2022 में, सिंडिकेट ने परिसर में दो मूर्तियां रखने के बजाय मंगला ऑडिटोरियम में एक सम्मिलित कार्यक्रम करने का निर्णय लिया.
इस समारोह के लिए यूनिवर्सिटी ने 1,52,901 रुपया आवंटित किए, जिस पर ऑडिट के दौरान आपत्ति जताई गई. इसके बाद 30 जून 2023 को ऑडिट की जांच की गई जिसमें कार्यालय मैनुअल नियमों और कर्नाटक यूनिवर्सिटी अधिनियम के नियमों के अनुपालन पर सवाल उठाया गया.
कुलपति के आरोप के बाद बीजेपी विधायक वेदव्यास कामथ कांग्रेस सरकार और राज्य के सीएम पर हमला बोला है. उन्होंने आरोप लगाया है कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने कुलपति को यूनिवर्सिटी में कोई भी धार्मिक त्योहार नहीं मनाने के निर्देश दिए हैं.